बालाघाट/लालबर्रा। बालाघाट जिले की उत्कृष्ट ग्राम पंचायत से पुरस्कृत ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा में बालाघाट जिले का पहला कचरा संग्रहण केन्द्र का निर्माण किया गया है जिससे कि अब लालबर्रा नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के लिए कचरा संग्रहण करने का महानगरों की तर्ज पर एक निश्चित स्थान तयक हो गया है।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए नगर मुख्यालय के युवा संरपच अनीस खान ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन के पंचायती एवं ग्रामीण विकाश मंत्रालय भोपाल की गाईड लाईन अनुसार 15 वां वित्त आयोग मद से 3.33 लाख लागत से सुदंर व गुणवंत्तायुक्त कचरा संग्रहण केन्द्र का निर्माण किया गया है जो कि पंचायत स्तर पर जिले का पहला कार्य है। अब जल्द ही इससे जुडी हुई अन्य युनिट व मशीनों के लगने का कार्य भी प्रांरभ हो जाएगा जो कि जिले व क्षेत्र के लिए गर्व की बात है कि भारत स्वच्छता मिशन अभियान का लाभ ग्राम पंचायत के ग्रामवासियों के साथ-साथ आस-पास के ग्रामवासियों को भी मिलेंगा।
स्वच्छ भारत मिशन अभियान होंगा साकार
बालाघाट जिले को जल्द कि केन्द्र व राज्य सरकार केे संयुक्त उपक्रम स्वच्छ भारत मिशन अभियान अंतर्गत कचरा से कंचन तक लगभग 2 करोड़ का प्रोजेक्ट व यूनिट स्वीकृत होकर मिल सकती है जिसके तहत बालाघाट जिले की जनपद पंचायत लालबर्रा की ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा का चयन किया गया है इस हेतु ग्राम पंचायत का पूर्व में सर्वे कार्य करवाकर संपूर्ण डीपीअर तैयार कर कार्यालय जिला पंचायत के पत्र क्रं./4913/जि.पं./एसबीएम जी/2018-19 बालाघाट दिनांक 03/10/2019 को राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य हेतु लगभग 2 करोड़ रूपऐ से दो-तीन सफाई वाहन, डस्टबिन, बाउड्रीवाल, टीनशेड निर्माण, गीला कचरा, सूखा कचरा यूनिट, प्लास्टिक, लोहा यूनिट, खाद्य बनाने की मशीन, गोदााम इत्यादि का निर्माण होगा।
पंचायत के आस-पास के ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
स्वच्छ भारत मिशन योजना अंर्तग्रत स्वीकृति मिलने पर ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा के अलावा निकटत्तम ग्राम पंचायतो से भी कचरा एकत्रित कर प्लांट में लाकर खाद्य बनाई जाएगी। इस योजना के अनुसार सफाई वाहन गांव-गांव, गली-गली घूमकर कचरा-कबाडी एकत्रित करेंगे जिससे यूनिट स्थल पर गीला कचरा व सूखा कचरा को अलग- अलग टीन शेटो में छटाई कर रखा जाएगा। अधिक मात्रा में लोहा, प्लास्टिक, कॉच एकत्रित हो जाने पर सीधे ट्रक भरकर बड़े कबाडिय़ो को बेचकर पंचायत की आय बढाई जाएगी। साथ ही सब्जी, कचरा, पैरा, गोबर इत्यादि से मशीनों द्वारा खाद्य बनाकर किसानों व आम जनता को उपलब्ध कराया जाएगा। इससे भी ग्राम पंचायत को आय प्राप्त होगी तथा किसानों व आमजनता को रासायनिक खाद्य से मुक्ति मिलेगी। इसका लाभ ग्राम पंचायत अतरी, अमोली, मानपुर, पनबिहरी, बकोड़ा, औल्याकन्हार, पाथरसाही, टेगंनी, नगपुरा को मिल सकता है।
बेरोजगारों को मिलेंगा रोजगार
इस प्रोजेक्ट की युनिट लगने के पश्चात ही पंचायत वासियों को स्थाई रोजगार का साधन भी मिल जायेगा। जानकारी में आगे युवा प्रधान अनीस खान ने कहा कि शासन की स्वीकृति पश्चात कचरा से कंचन प्रोजेक्ट शुरू होने पर लगभग 20 परिवारों को स्थाई रोजगार का साधन मिल जायेगा। जिसमें सफाई वाहन चालक, सफाई कर्मी, चौकीदार, मशीन आपरेटर, कचरा छंटाई कर्मी, पेकिंग कर्मचारी व अन्य बेरोजगारों को रोजगार मिल जायेगा। इस कार्य का डीपीआर लालबर्रा जनपद पंचायत के प्रतीक खरे, जिला पंचायत अधिकारी व भोपाल के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर मार्गदर्शन में बनाकर शासन को भेज दिया गया है। आगे कहा कि कोविड-19 व विधानसभा चुनाव के कारण देरी हो गई गई है जल्द ही शासन पर स्वीकृति मिलने पर कार्य प्रांरभ हो जाएगा।
हर घर में होगी डस्टबिन,होंगा स्वच्छ सपना साकार
प्रोजेक्ट लागू होने पर योजना अनुसार हर घर में डस्टबिन दी जाएगी जिससे की प्रतिदिन कचरा संग्रहण किया जावेगा इसके साथ ही हर घर में घरेलू उपयोग के लिए ग्राम पंचायत द्वारा सब्जी लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जावेगा। जिससे घरेलू सब्जी के लिए खाद्य की व्यवस्था ग्राम पंचायत द्वारा की जावेगी और संपूर्ण पंचायत वासियों को बिना रासायनिक खाद्य वाली सब्जी प्राप्त होगी इसके साथ ही हर घर में जमा पानी की निकासी या शोकता गड्डे बनाने सहित साफ-सफाई व स्वच्छता संबधी कार्य व जानकारी पंचायत के वालिंटियरों द्वारा दी जावेगी।
स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत स्वीकृति होने पर बालाघाट जिला संभवत: महाकौशल क्षेत्र का पहला जिला होगा जहां ग्रामीण स्तर पर इस प्रकार की यनिट प्रांरभ होगी।