सिवनी। वाहन चोर गिरोह के दो सदस्यों को बंडोल पुलिस ने चोरी करने के 12 घंटे बाद दबोच लिया। जबलपुर में पकड़े गए इन आरोपितों के कब्जे से चोरी की दो बुलेरो वाहन जब्त किए गए हैं। चोर गिरोह के दो अन्य सदस्य पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल हो गए। इनकी तलाश पुलिस कर रही है। पकड़े गए आरोपितों को शनिवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
टोल प्लाजा के सीसीटवी फुटेज से मिला सुराग – बंडोल थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर ने बताया कि 10 सितंबर की सुबह राहीवाड़ा के देवीप्रसाद राय ने बुलेरो कार क्र एमपी 22 आर 0501 चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। धारा 379 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। एसपी कुमार प्रतीक, एएसपी कमलेश खरपुसे व एसडीओपी पारुल शर्मा के निर्देश पर टीम गठित की गई। बंडोल टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज में पाया गया कि चोरी की यह कार रात सवा 3 बजे जबलपुर की ओर जाते पाई गई। इसके साथ डिजायर कार क्र एमपी 20 सीसी 1285 सामने से पायलेटिंग करती पाई गई।
125 किमी रफ्तार से भाग रहे थे आरोपित – टोल प्लाजा में मिले सुराग के बाद जबलपुर पहुंची बंडोल पुलिस की टीम ने विभिन्ना् स्थानों के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। जबलपुर में चोरी की गाड़ी प्रवेश नहीं करने की बात सामने आने पर थाना प्रभारी ने टीम को कटनी रोड बायपास में तलाश करने निर्देश दिए। इस दौरान गोसलपुर (जबलपुर) हाइवे पर अचानक पुलिस टीम को चोरी का वाहन व पायलेटिंग कर रही कार दिखी। भनक लगते ही इन दोनों वाहनों के ड्राइवर 125 किमी की रफ्तार से भागे। पुलिस ने पीछा करते हुए ओवरटेक कर वाहन को रोका। चोरी के बुलेरो वाहन में सवार दो लोगों को टीम ने पकड़ लिया, जबकि डिजायर कार के आरोपित मौका देखते ही कार लेकर फरार हो गए।
बिहार भागने की फिराक में थे आरोपित – पुलिस गिरफ्त में आए गोहलपुर निवासी रिषभ पुत्र मुन्ना्ालाल जैन (24) व गोसलपुर निवासी शिवम पुत्र सुखचैन चौधरी (24) ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने भूपेंद्र उर्फ छोटू राजपूत व आकाश ठाकुर के साथ छिंदवाड़ा जिले से बुलेरो वाहन क्र एमपी 28 सी 2821 व राहीवाड़ा के पास से वाहन क्र एमपी 22 आर 0501 चुराया था। चोरी के वाहनों को लेकर वे जबलपुर से होते हुए बिहार भागने वाले थे। 10 सितंबर की रात पकड़े गए इन आरोपितों को हिरासत में लेकर पुलिस ने एक दिन तक पूछताछ की। इसके बाद शनिवार को कोर्ट में पेश कर दिया। इस कार्रवाई में बंडोल थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर, एएसआई महेश दुबे, डीपी श्रीवात्री, विष्णु वर्मा, प्रधान आरक्षक जसवंत सिंह, सुधीर डहेरिया, राजेश सरयाम व मालती डहेरिया का सहयोग रहा।