जिले के बरघाट थाना अंतर्गत गोरखपुर रेत खदान पहुंचे भाजपा नेता का ठेकेदार व उसके कर्मचारियों से विवाद हो गया। मामले की शिकायत दोनों पक्षों ने पुलिस को लिखित रूप से की है। बरघाट पुलिस ने मामले को जांच में ले लिया हैं।
सिवनी। जिले के बरघाट थाना अंतर्गत गोरखपुर रेत खदान पहुंचे भाजपा नेता का ठेकेदार व उसके कर्मचारियों से विवाद हो गया। मामले की शिकायत दोनों पक्षों ने पुलिस को लिखित रूप से की है। बरघाट पुलिस ने मामले को जांच में ले लिया हैं।
क्या है मामला – जानकारी के मुताबिक गोरखपुर हिर्री नदी के पास अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होने क्षेत्र के भाजपा नेता व पूर्व विस प्रत्याशी नरेश बरकड़े पहुंचे थे। अंत्येष्टि स्थल से कुछ दूरी पर पौकलेन मशीन से रेत खनन कर डंपर में भरी जा रही हैं। भाजपा नेता बरकड़े ने ग्रामीणों व अन्य भाजपा नेताओं के साथ मौके पर पहुंचकर मशीन ऑपरेटर से पूछताछ की गई। इस दौरान दोनों के बीच विवाद व कहासुनी हो गई। बाद में जानकारी मिलते ही बरघाट पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। इस मामले में खदान ठेकेदार ने भाजपा नेता पर रेत खनन के बदले 5 लाख र्स्पये मांग करने व कर्मचारियों को धमकाकर वाहनों को जब्त कराने के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं भाजपा नेता नरेश बरकड़े ने रेत ठेकेदार पर नियमों के विपरीत रेत खनन कर हिर्री नदी को खोखला कर कई फिट गहरे गड्ढे करने व क्षेत्र के ग्रामीणों को रेत का उपयोग करने से रोकने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
मोबाइल पर बनाया वीडियों- बरघाट थाना पुलिस में दोनों पक्षों ने मामले की शिकायत लिखित रूप से दी हैं। बरघाट बजरंग चौक निवासी खदान ठेकेदार अमित सूर्यवंशी ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि 20 फरवरी को गोरखपुर खदान में काम कर रहे कर्मचारी कमलेश पुत्र शिवचरण कुमरे ने मोबाइल पर सूचना दी कि कोई नरेश बरकड़े खदान में आया हैं। रेत खनन का वीडियो बना रहा हैं। साथ ही नरेश बरकड़े द्वारा गंदी गंदी गालियां दी जा रही है। इसके बाद गोरखपुर रेत खदान में पहुंचकर भाजपा नेता नरेश बरकड़े से रेत खदान आने का कारण पुलिस बल की मौजूदगी में पूछा गया, तो उन्होंने अपने आदिवासी समाज के होने की बात कहते हुए एसटी-एससी के मामले में फंसा देने की धमकी दी गई। खदान की जांच किस अधिकार के तहत की जा रही है व कर्मचारी के पास रखे 55 हजार र्स्पये छुड़ाने का कारण पूछने पर भाजपा नेता ने विवाद शुरू कर दिया। विधायक प्रत्याशी होने की बात कहते हुए नरेश बरकड़े ने अपनी पहुंच मुख्यमंत्री तक होने की बात कहकर रेत खदान को बंद कराने की धमकी दी गई। आवेदन में कहा गया है कि इससे पहले भी भाजपा नेता नरेश बरकड़े रेत खदान आकर कर्मचारियों को डराने धमकाने के साथ मारपीट कर चुके हैं। साथ ही मुझसे 5 लाख र्स्पये हर माह देने की मांग की जा रही है। इससे मुझे रेत खदान चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं। खदान ठेकेदार ने इस मामले में भाजपा नेता पर कार्रवाई की मांग संबंधित अधिकारियों से की हैं।ठेकेदार के कर्मचारी कमलेश पुत्र शिवचरण कुमरे इस मामले लिखित शिकायत पुलिस थाने में दी है। इसमें भाजपा नेता पर मशीन में चढ़कर हाथापाई करने व पास रखे 55 हजार र्स्पये नकद छुड़ाने के आरोप लगाए गए हैं।
ग्रामीणों को नहीं दी जा रही रेत – भाजपा नेता नरेश बरकड़े ने बरघाट थाना पुलिस को दिया आवेदन में कहा है कि 20 फरवरी को हिर्री नदी में हो रहे अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होने वे गए थे। इस दौरान यहां ग्रामीणों के साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष व कार्यकर्ता भी मौजूद थे। अंत्येष्टि स्थल से करीब 700 मीटर दूरी पर पोकलेन मशीन से हिर्री नदी में रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। अंत्येष्टि में मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि वे ठेकेदार द्वारा क्षेत्रवासियों को बैलगाड़ी व ट्रैक्टर में रेत ले जाने से भी रोका जा रहा है। जबकि यहां पर पोकलेन मशीन व डंपर लगाकर दिन रात रेत का उत्खनन किया जा रहा है। स्वीकृत खदान से हटकर हिर्री नदी में 5 से 10 फिट गहरे गड्ढे मशीन लगाकर किए गए हैं। इस संबंध में जब भाजपा नेता नरेश बरकड़े, मंडल अध्यक्ष अन्य ग्रामीणों के साथ पोकलेन मशीन ऑपरेटर के पास पहुंचे तो ऑपरेटर द्वारा अभद्रता से बात की गई। इसकी जानकारी बरघाट थाना प्रभारी को दी गई। तब तक खदान ठेकेदार अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गए। बरघाट थाने से भी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। खदान ठेकेदार व भाजपा नेता के बीच विवाद बढ़ता देख ग्रामीणों हिर्री नदी में एकत्रित हो गए। ठेकेदार के लोगों ने भाजपा नेता के साथ धक्का मुक्की का प्रयास किया। ग्रामीणों की मौजूदगी देख ठेकेदार व उसके साथी मौके से वापस लौट गए।
इनका कहना है
गोरखपुर रेत खदान में ठेकेदार व उसके कर्मचारी के साथ भाजपा नेता नरेश बरकड़े का विवाद होने की मामला संज्ञान में आया हैं। दोनों पक्षों ने पुलिस को लिखित आवेदन दिया है। पुलिस ने मामले को जांच में ले लिया हैं। जांच के बाद प्रकरण में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
प्रवीण धुर्वे, थाना प्रभारी बरघाट