बिना डिग्री के डाक्टर इलाज के साथ बेच रहा एलोपैथी दवाई
सिवनी. जिला मुख्यालय से लगभग 47 किलोमीटर दूर पलारी चौकी अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में लंबे समय से बगैर रजिस्ट्रेशन के क्लिनिक संचालित हो रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के कुंभकर्णी नींद में सोए रहने पर क्लिनिक पर झोलाछाप डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहा है। जहां पर डाक्टर के पास एक इलेक्ट्रोहोम्योपैथी की मषीन दिखाई दी इसके अलावा एक एलसीडी के अलावा एक र्प्रिटर दिखाई दिया जिससे मरीजो की जॉच रिपोर्ट दे देता है इसके साथ जैनरिक दवाये भी दे रहे है अब विचारणीय प्रष्न यह है इन झोलाछाप डाक्टरो के सूत्र कितने बडे क्षेत्र में फैले है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूर दूर से लोग इलाज कराने इनके पास आ रहे सूत्रो की माने तो ये झोलाछाप डाक्टर एक दिन में 50 से 60 मरीज देखते है जिसमे बकायदा हर मरीज से 300 रूपये फीस भी वसूलते है जॉच के उपरांत अपने पास से ही एलोपैथी दवाये देते है जिसका चार्ज मरीज को अलग से देना होता है याने आम के आम गुठलियो के दाम डाक्टर भी वही और मेडिकल स्टोर भी वही इस मामले की की जाये तो और भी कई खुलासे हो सकते है डाक्टर बनने के लिए कई वर्शो तक कठीन पढाई की जाती है जिसके बाद एमबीबीएस की डिग्री हासिल की जाती है इसके अलावा एलोपैथी दवाई दुकान के लिए बकायदा फार्मेसी का कोर्स करना होता जिसकी बकायदा फार्मेल्टी पूरी करने के बाद एलोपैथी दवा बेचने की अनुमति षासन से मिलती है लेकिन यहा ना तो एमबीबीएस की डिग्री की जरूरत है और ना ही फार्मेसी कोर्स करने की सूत्रो की माने तो लोग का यहा हूजूम सबेरे के पॉच बजे से लग जाता है जो कि देर षाम तक चलता है। अब देखना बाकी है इस तरह के झोलाछाप डाक्टर मरीज को कौन सी दवाये दे रहे है कही ऐसा तो नही ये डाक्टर मरीज को घींगा जहर परोस रहे हो। सूत्रो की माने तो क्षेत्र में कई ऐसे झोलाछाप डाक्टर है जो कई गॉव बदल चुके है केस बिगडने पर ये उस क्षेत्र को छोडकर दूसरा क्षेत्र पकड लेते ह ैअब देखना बाकी है कि गलत इलाज से इन झोलाछाप डाक्टरो ने कितनो की जान ली है। जो कि एक जॉच की विशय है।
सूत्रो ने बताया कि यहां पर एलोपैथिक पद्धति से इलाज किया जा रहा है। क्लिनिक एक्ट का उल्लंघन भी किया जा रहा है। टीम को यहां से दवाएं, इंजेक्शन सीरीज के साथ ही बॉटल तक मिली है। सूत्रो की माने तो आखिर इस झोलाछाप डाक्टर के पास कुछ की वर्शो में अकूत संपत्ति और करोडो के कई षहरो मे बंगले भी बताये जा रहे है इसके अलावा इसकी कई जगहो पर बेनामी संपत्ति भी बताई जा रही है। अब आगे देखना बाकी है कि केवलारी के बीएमओ और मुख्यालय के सीएचएमओ ऐसे झोलाछाप डाक्टरो पर क्य कार्रवाई करते है सूत्र तो यह भी बताते है कि इस क्षेत्र में कुछ तरह के डाक्टरो की भरमार है जो भोलेभाले ग्रामीणो को अपनी चिकनी चुपडी बातो मे झूठी डिग्री बताकर उनका मनमाने ढंग से इलाज कर मोटी रकम वसूलते है कई बार तो मरीज की हालत बिगडने पर ये झोलाछाप डाक्टर मरीज को सरकारी हास्पिटल भेज देते है ताकि गलत इलाज की ढीगरा सरकारी हास्पिटल के चिकित्सको पर फोडा जा सके।