गोलीकांड में रेत कारोबारी पर झूठा मामला बनाने उगली थाना प्रभारी ने गवाह पर बनाया दबाव
झूठे बयान न देने पर पवार समाज के खिलाफ गाली गलौज और अभद्र टिप्पणी
पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता से शिकायत, टी आई पर जल्द कार्यवारी का आश्वाशन
सिवनी – जिले के बहुचर्चित उगली गोलीकांड मामले में एक और नया मोड़ सामने आया है। रेत कारोबारी पर दबाव बनाने और उसके कर्मचारी पर गोली चलाने का झूठा मामला बनाने के लिए उगली थाना प्रभारी सदानंद गोदेवार द्वारा जांच के दौरान गवाह के जबरन बयान बदलने के लिए दबाव बनाए जाने का गंभीर आरोप लगा है। साथ ही झूठे बयान न देने पर थाना प्रभारी द्वारा
पवार समाज के खिलाफ गाली गुफ्तार और अभद्र टिप्पणी करने का भी गंभीर आरोप लगा है। जिसके बाद गोलीकांड के चश्मदीद गवाह और पवार समाज के गुस्साए लोगों ने एकजुट होकर पुलिस अधीक्षक (ैच्) से शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अधीक्षक से गवाहों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि विवाद के दौरान गोली चलाते हुए अनुराग तिवारी को नहीं देखा है लेकिन थाना प्रभारी द्वारा रेत कारोबारी के कर्मचारी अनुराग तिवारी के खिलाफ बयान देने का दबाव बनाया जा रहा है वहीं उन्होंने एसपी से बताया कि थाना प्रभारी ने उनके साथ गाली गलौच की और पवार समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने तत्काल प्रभाव से उगली थाना प्रभारी सदानंद गोदेवार को उक्त मामले की जांच से हटा दिया है। ैच् ने समाज के लोगों को यह आश्वासन भी दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जांच के निष्कर्षों के आधार पर उचित एवं कठोर कार्रवाई की जाएगी।


गौरतलब है कि रेत खदान में हिस्सेदारी को लेकर उगली क्षेत्र के रेत चोरों ने रेत खदान में पूजन करने गए रेत कारोबारी के कर्मचारी के साथ मारपीट कर उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दिया था जिसमें उगली पुलिस ने उन रेत चोरों की जगह रेत कारोबारी के कर्मचारियों पर ही झूठा मामला बनाकर जेल भेज दिया है अब जांच के दौरान फंसते देख थाना प्रभारी उगली सदानंद गोदेवार गवाहों पर पुलिसिया रौब दिखाकर उनके मन मुताबिक बयान देने का दबाव बना रहे हैं। गौरतलब है कि रेत ठेकेदार ने तीन रेत खदानों के लिए 3 करोड़ रुपए से ज्यादा की रॉयल्टी शासन के खाते में जमा कर चुका है जो अगस्त महीने से चालू हो जानी थी लेकिन उगली थाना प्रभारी के संरक्षण में स्थानीय रेत चोर खदान चालू नहीं होने दे रहे है जिससे पुलिस की इस लापरवाही से ठेकेदार को लाखों का नुकसान हो रहा है।