प्रारंभिक काल में शाला में 75 भैया बहिनो से शुरू आज 1800 भैया बहिनो को शिक्षा दे रहा है
सिवनी – स्वर्ण जयन्ती महोत्सव दिनांक 24.25 अक्टूबर सरस्वती शिशु उ. मा. विद्यालय मैरोगंज सिवनी (म.प्र.) कि संस्था सरस्वती शिशु मंदिर गंज सिवनी अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण कर रही है। 1975 में स्थापित शिक्षा के क्षेत्र में भारतीयता स्वदेश प्रेम, अनुशासन, स्वालम्बन, संस्कार और आदर्श की पहचान बनाने वाली यह संस्था अपने स्थापना काल से ही नगर का आर्कषण का केन्द्र रही है। अपनी विशिष्ट शिक्षा पद्धति के कारण मात्र 75 भैया – बहनो की संख्या से प्रारम्भ विद्यालय वर्तमान में 1800 भैया बहिनो को शिक्षा प्रदान कर रहा है 50 वर्ष अपनी दीर्घ गौरवशाली यात्रा के दौरान विद्यालय ने अनेक श्रेष्ठ मानदण्डों की स्थापना विभिन्न क्षेत्रो में की है।
विद्यालय से अध्ययन कर निकले पूर्व छात्र प्रशासनिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर रहे है
शिक्षा, खेल, सांस्कृतिक आयोजन आदि अनेक क्षेत्रों में गौरवशाली प्रतिमान स्थापित किये है। अपनी इस स्वर्णिम यात्रा में विद्यालय से निकले हजारों पूर्व छात्र जीवन के विभिन्न क्षेत्रो में अपने श्रेष्ठतम कार्यो से विद्यालय में दी गई शिक्षा, संस्कार की महत्ता को प्रतिपादित कर रहे हैं। जहाँ विद्यालय से अध्ययन कर निकले पूर्व छात्र प्रशासनिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर रहे है। वहीं अनेक छात्र मल्टीनेशनल कम्पनियों में सीईओ जैसे दायित्वों का भी कुशलता पूर्वक निर्वहन कर रहे है। उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्रों में भी संस्था के पूर्व छात्रों ने सफलता के कीर्तिमान स्थापित किये है।
विद्यालय के पूर्व छात्र आज अनेक छात्र प्रतिष्ठित पदो पर है
सिवनी नंगर के अनेक प्रतिष्ठित चिकित्सक विद्यालय के पूर्व छात्र रहे है। समाज सेवा और राजनीतिक क्षेत्रों में भी विद्यालय के पूर्व छात्रों ने अपना विशिष्ट स्थान अर्जित किया है। आज विद्यालय के हजारों छात्र देश विदेश में राष्ट्र सेवा के कार्य में लगे हुये है। विद्यालय अपने स्वर्ण जयन्ती समारोह में ऐसे समस्त पूर्व छात्रों को आमंत्रित कर रहा है अपने हृदय में विद्यालय के प्रति प्रेम समर्पण के भाव रखे हुये इन छात्रों के संदेश भी हमें प्राप्त हो रहे हैं। वे सभी इस आयोजन में आने के लिये उत्सुक है। उल्लेखनीय है कि हमारे पूर्व छात्र समय-समय पर विद्यालय के लिये आत्मीय भाव से न केवल सहयोग करते है बल्कि कोरोना जैसी महामारी के समय उनके विद्यालय के आचार्य परिवार के प्रति सम्मान और प्रेम का परिचय भी हमें भरपूर प्राप्त हुआ था। विद्यालय और समिति उन पूर्व छात्रों के आतिथ्य एवं स्वागत के लिए उत्सुक है।
25 अक्टूबर 2025 को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, शारीरिक, समता का प्रदर्शन
स्वर्ण जयन्ती महोत्सव को आयोजित करने वाली विद्यालय की संचालन समिति विवेकानंद बाल कल्याण समिति सिवनी ने इस दो दिवसीय आयोजन को भव्य बनाने का भरपूर प्रयास किया है आयोजन के प्रथम दिवस 24 अक्टूबर को प्रातः 11.00 बजे से पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित होगा जिसमें विद्यालय के समस्त स्वपोषी पूर्व छात्रों को आमंत्रित किया गया है वही 25 अक्टूबर 2025 को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, शारीरिक, समता का प्रदर्शन एवं शानदार घोष वादन की प्रस्तुति विद्यालय के भैया बहिनों द्वारा की जायेगी। आयोजन में क्षेत्रीय विधायक दिनेश राय मुनमुन, क्षेत्रीय सांसद श्रीमती भारती पारधी का सतत मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है।
छात्रों द्वारा अपनी विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन भी किया जाएगा
साथ ही साथ आयोजन में मध्यप्रदेश के प्रमुख राजनेताओं एवं वरिष्ठ संघ कार्यकर्ताओं का सानिध्य भी प्राप्त होगा। आयोजन के द्वित्तीय दिवस 25 अक्टूबर को विद्यालय के 50 वर्ष होने के उपलक्ष्य में स्मारिका स्वर्ण प्रभा का विमोचन भी किया जायेगा। इस स्मारिका में विद्यालय की 50 वर्षीय यात्रा को सुन्दर कलेवर में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया। 24 अक्टूबर को होने वाले पूर्व छात्र सम्मेलन में पूर्व छात्रओं का परिचय सम्मेलन, भूूली-बिसरी यादों के साथ-साथ पूर्व छात्रों द्वारा अपनी विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन भी किया जाएगा। विद्यालय द्वारा एक भव्य प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है जिसमें विद्यालय की 50 वर्ष की यात्रा को दर्शाया जायेगा।
10 सुसज्जित प्रयोगशालाओ मे एस्ट्रोनोटिकल,टिंकर,इस्टीम,कम्प्यूटर लैब के साथ शिशुवाटिका है
साथ ही साथ विगत 4 वर्षों में विद्यालय की संचालन समिति विवेकानंद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दीपक साहू, व्यवस्थापक नितिन चैधरी जो कि विद्याभारती महाकौशल प्रांत के प्रादेशिक सहसचिव भी है, कोषाध्यक्ष मनोज मर्दन त्रिवेदी एवं जिला सचिव विनीत अग्रवाल एवं समस्त समिति पदाधिकारी एवं सदस्यों के प्रयासो से विद्यालय ने जो अप्रतिम विकास किया है उसकी झांकी भी प्रस्तुत की जाएगी। आज विधालय विकास के नित नए सोपान गढ़ रहा है। विद्यालय में छात्र संख्या 1800 से अधिक है 10 प्रयोगशालाएँ है जिसमें एस्ट्रोनोटिकल लैब, टिंकर लैब, इस्टीम लैब, कम्प्यूटर लैब प्रमुख है। सुविकसित शिशुवाटिका है खेल-खेल में शिक्षा की सवोत्तम व्यवस्था है।
विद्यार्थियो को कम से कम शुल्क में सर्वोत्तम शिक्षा देने के लिये प्रतिबद्ध है
सर्वसुसज्जित सभागार, संगीत कक्ष, स्मार्ट क्लास की व्यवस्था है। यह सभी वर्तमान संचालन समिति के प्रयासों का परिणाम है। विधालय सिवनी के विद्यार्थियो को कम से कम शुल्क में सर्वोत्तम शिक्षा देने के लिये प्रतिबद्ध है। इस स्वर्ण जयन्ती महोत्सव के माध्यम से हम समस्त नगर वासियों को अपने विघालय का दर्शन भी कराना चाहते है। विद्यालय संचालन समिति समस्त नगर वासियों से इस अभिनव आयोजन में उपस्थिती का विनम्र आग्रह करती है।
हमारा यह स्वर्ण जयंती महोत्सव यादगार, भव्य और विद्यालय इतिहास में मील का पत्थर साबित हो
हमारा यह स्वर्ण जयंती महोत्सव यादगार, भव्य और विद्यालय इतिहास में मील का पत्थर साबित हो इस दृष्टि से समस्त आचार्य परिवार, समिति परिवार द्वारा प्रयास किया जा रहा है हमारा यह प्रयास सफल हो इस दृष्टि से सभी का सहयोग अपेक्षित है विद्यालय की आज तक की विकास यात्रा में सवोत्तम परीक्षा परिणाम, श्रेष्ठ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन आदि समस्त गतिविधियों में विद्यालय के माननीय पूर्व एवं वर्तमान समिति सदस्यों एवं पूर्व एवं वर्तमान आचार्य परिवार का महत्वपूर्ण योगदान है। इन सभी के सम्मिलित प्रयासों से ही आज विद्यालय इस गौरवशाली मंजिल तक पंहुच पाया है। इसके साथ-साथ विद्यालय की स्थापना काल से लेकर जिन महानुभावों ने अपना अमूल्य सहयोग विद्यालय विकास में प्रदान किया है इस स्वर्ण जयंती महोत्सव के अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उनके प्रति अपनी कृतज्ञता एवं अग्रवाल, हरवंश सिंह, विरधीचंद्र गोयल, महेश साहू, रामचंद्र अग्रवाल, जानकी प्रसाद पाठक, लेखराम ठाकुर, महेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, हरिसिंह ठाकुर, विष्णुप्रसाद अग्रवाल, चंद्रशेखर ठाकुर, हरीश क्षेत्रपाल, डॉ प्रवीण दिवाकर, कृष्णा साहू, श्रीमती पुष्पा तेकाम सहित समस्त जाने अनजाने समस्त जनों का इस अवसर पर हार्दिक आभार एवं कृतज्ञता ज्ञापन समस्त विवेकानंद बाल कल्याण समिति एवं आचार्य परिवार करता है। आभार ज्ञापित करता है ऐसे महानुभावों में जगदीश प्रसाद अग्रवाल, दादूरूपनाथ सिंह, प्रीतमचंद जैन, हीर टांक, ओमप्रकाश वर्मा, डॉ नेमीचंद दिवाकर, देवीसिंह ठाकुर, राधाकिशन महेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, हरिसिंह ठाकुर, विष्णुप्रसाद अग्रवाल, चंद्रशेखर ठाकुर, हरीश क्षेत्रपाल, डॉ प्रवीण दिवाकर, कृष्णा साहू, श्रीमती पुष्पा तेकाम सहित समस्त जाने अनजाने समस्त जनों का इस अवसर पर हार्दिक आभार एवं कृतज्ञता ज्ञापन समस्त विवेकानंद बाल कल्याण समिति एवं आचार्य परिवार करता है।