सिवनी – प्रति मंगलवार सरकार की मंशानुरूप जनसुनवाई का आयोजन कलेक्टर कार्यालय में किया जाता है जहां पर कलेक्टर से जनसुनवाई के दौरान छपारा जनपद अंतर्गत ढुलबजा निवासी संध्या पिता झामसिंह भलावी ने बताया कि उसके बच्चे की पिटाई स्कूल की शिक्षिका द्वारा बच्चे से हाथ पैर दबाने को कहा गया बच्चेे इंकार किया तो उसकी बडी ही निर्दयता से लाठी से शिक्षिका ने पिटाई कर दी जिससे बच्चे के पीठ में निशान तक उभर आए जिससे गुस्साए परिजनो ने बताया कि नवीन प्राथमिक शाला ढुलबजा में पदस्थ रुबीना बिलसन (शिक्षिका) द्वारा बच्चे की पिटाई की गई जिसके बाद बच्चा रात भर पीडा के सो नही पाया जिसके बाद दूसरे दिन बच्चे की माॅ पुलिस थाना छपारा पहुॅची जहां शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद बच्चे के परिजन समेत ग्राम के लोग जनसुनवाई में शिक्षिका की शिकायत लेकर पहुॅचे और शिक्षिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात की। बच्चे का नाम अरुण भलावी पिता झामसिंह भलावी उम्र 9 साल बताया जा रहा है।
अपने शिकायती पत्र में आवेदिका ने बताया कि मै ग्राम ढुल बजा (सागर) थाना छपारा की निवासी हूँ। मेरा पुत्र अरुण भलावी गाँव के स्कूल में कक्षा 4 में पढ़ाई करता है जिसमे कक्षा 4 की शिक्षिका रुबीना बिलसन जो कि हमारे ग्राम दुलबजा में पदस्थ है जिसने मेरे पुत्र को लकडी की छाडी से पिटाई किया है जिससे मेरे पुत्र अरुण भलावी के पीट में गम्भीर चोट के निशान आये है और मेरे पुत्र का बायें और की परली में कल दोपहर से ही तेज दर्ज बता रहा है इससे मुझे यह सम्भावना लग रही हे कि मेरे पुत्र को शिक्षिका के द्वारा बहुत जोर-जोर से पीटा गया है जिसकी जानकारी मुझे मेरे पुत्र के द्वारा स्कूल से लगभग 4.30 बजे लोटने पर मुझे बताया गया जिससे मेने अपने पुत्र की पीट को देखा तो मेरे पुत्र की पीट में लकड़ी से मारने के निशान दिखें। यदि बच्चे और उनके परिजनो की माने तो सरकार रूबीना बिलसन को क्या बच्चो से हाथ पैर दबवाने की तनख्वाह देती है।
स्कूल शिक्षिका रुबीना बिलसन जो कि स्कूल के छात्र-छात्राओं के हाथ अपने हाथ पैर दबबाती है और जो बच्चा पैर नही दबाता है तो लकडी से पिटाई करती है। शिक्षिका की पिटाई के डर से गाँव के कई बच्चों ने अपनी पढाई छोड दिया है और स्कूल नही जाते है। जिससे बच्चों का शिक्षा के लिये स्कूल जाने से भय व्याप्त हो गया है और कई छात्र-छात्रा अपने घर मे भी शिक्षक रुबीना बिलसन की पिटाई की बात नही बता पाते है क्योकि बच्चों कों यह भय बना है कि शिक्षिका दूसरे दिन फिर लकडी से मारेगी ।
पीडित बच्चे की माॅ ने लापरवाह शिक्षिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
सरकार के द्वारा अधिक से अधिक बच्चे शिक्षित होकर देश के विकास सहभागी बने जिसके लिए शाला में पढाई करने वाले बच्चो को निःशुल्क गणवेश,काॅपी किताब मध्यान्ह भोजन के अलावा दूर से आने वाले बच्चो के लिए साईकिल साथ ही अच्छे नंबरो से पास होने वाले बच्चो को सरकार द्वारा प्रोत्साहन भी दिया जाता है जिससे बच्चे अधिक से अधिक संख्या में स्कूल आये और शिक्षा प्राप्त करें जिसके लिए कठोर कानून भी बनाये गए है लेकिन ऐसे लापरवाह शिक्षक सरकार की मशांओ पर पानी फेरते नजर आ रहे है।







