सिवनी – उल्टा-चोर कोतवाल को डाटे की कहावत कभी पुलिस के लिए कही जाती भी लेकिन इन दिनों दुकानदार और कर्मचारी के बीच का मामला इन दिनो चर्चा का विषय बना हुआ है। बरघाट में एक प्रतिष्ठित किराना व्यापारी के यहाँ लगभग 10 वर्षों से ५० वर्षीय संतोष काकोडिया काम करता था जिससे वह अपने परिवार का पालन पोषण किया करता था पुराना कर्मचारी इतना विश्वस्निय हो गया कि वे चोरी होने के बाद भी अपने कर्मचारी पर कतई विष्वास नही हो पा रहा था कि वह अपने ही मालिक के यहा चोरी कर सकता है लेकिन जब लगातार उनके यहा से पैसा सामान गायब होने लगे जिसके बाद घर वालो ने आसपास के सीसीटीव्ही फुटैज और घर के अंदर आने जाने के रास्तो का जायजा लिया तो उनकी आॅंखे फटी की फटी रह गयी। विगत 4.5 माह से से दुकान में हो रही किराना सामग्री एवं नगद राशि के सम्बन्ध में जब शंका हुयी तो सी सी फुटेज में संतोष की चोरी की पुष्टि हुयी और संतोष और परिजनों को बुलाकर इस सम्बन्ध जानकारी दी गयी और आपसी बातचीत कर मामला थाने में दर्ज नहीं कराया गया लेकिन घटना के बाद संतोष और परिजनों ने हरिजन थाने में आरोप लगाया कि उसकी जमीन हडपने के लिए उसे और परिवार का दुकान संचालक ्रद्वारा अपहरण कर प्रत्ताडित किया जा रहा है।
बरघाट नगर के शिव किराना के संचालक राजेन्द्र सूर्यवंषी ने बरधाट थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है कि संतोष काकोडिया उम्र 45 वर्ष जो कि विगत 10-11 वर्षो से उनकी दुकान में कार्य कर रहा था और आरोपी संतोष को दुकान की पूर्ण जानकारी थी. राजेन्द्र सूर्यवंशी को जानकारी मिली की दुकान से कीमती सामान एवं काउंटर से नगदी राशि कम हो रही है. (चोरी हो रही है) इस आधार पर राजेन्द्र ने दुकान में लगे सीसी कैमरे की जाँच की तो संतोष व्दारा चोरी की घटना की पुष्टि हुयी. घटना के बाद सतोष ने कहा कि वह चोरी की घटना को अंजाम उसकी सास पुष्पा तेकाम व साले नितिन तेकाम के कहने पर करता था मामले को देखते हुए सास पुष्पा तेकाम एवं संतोष की पात्नि से-चर्चा की गयी तथा सभी ने इस चोरी की पुष्टि कर सारी सामग्री देने की बात कही।
आवेदक ने उक्त घटना की तत्काल थाने में शिकायत करने की बात अनावेदक । आरोपी जनो को दी गई है तब अनावेदक । आरोपीगणोको यह आश्वासन दिया गया कि आप रिपोर्ट ना करें हम ए डेढ माह में चोरी की सारी सामग्री व कीमती सामान वापस कर देगे चूकि संतोष के छोट -छोटे बच्चे है और उसकी सांस द्वारा यह भी कुछ गया है कि मैं सरकारी नौकरी में हूं इस कारण राजेन्द्र ने रिपोर्ट दर्ज नही करायी।
घटना के बाद आरोपी और परिजन फरार हो गये तथा सांस पुष्पा नेकाम ने राशि वापस करने में हीला हवाला करने लगी तथा राजेन्द्र के परिवार को झूठा फंसाने की धमकी देने लगी इस कारण राजेन्द सूर्यवशी ने बरधाट थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी.
इस घटना में जबरदस्त मोड तब आया जब आरोपी संतोष काकोडिया और परिजनों ने भोला सूर्यवंशी अन्य अजय षान्तन मनु संजय औरु विक्की सूर्यवंशी के खिलाफ हरिजन थाना सिवनी मे अपहरण और प्रताडित करने का आरोप लगाया इस संदर्भ में कहा जा रहा है कि संतोष की पूर्व में भी अन्य मामलो में रिपोर्ट दर्ज है तथा आरोपी इस मामले को राजनैतिक रंग देने के लिए जातिगत रंग देने की बात जनचचर्चा विशय बनी हुई है
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