छिंदवाड़ा – सिद्धपीठ मां पीतांबरा बगलामुखी श्रीयंत्र महाकाल मंदिर गुरैया,छिंदवाड़ा में 9 मई से 17 मई तक माँ पीताम्बरा बगलामुखी जयंती पर्व महायज्ञ का आयोजन किया गया है। यहां आयोजन ज्योतिषाचार्य गुरुजी पंडित संजय भार्गव और माँ पीताम्बरा साधिका माताजी श्रीमति माया भार्गव के सानिध्य में होगा। पंडित संजय भार्गव ने बताया कि यह आयोजन प्रति वर्ष किया जाता है। वही इस बार नौ मई से बगलामुखी जयंती पर्व महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है,जिसका समापन 17 मई को होगा। महायज्ञ नौ मई से 17 मई तक सुबह 07 से 11 बजे तक एवं शाम 4 बजे से 6 बजे तक प्रतिदिन होगा।वही 16 मई को शाम 7 बजे से माँ बगलामुखी जयंती के अवसर पर महाआरती होगी,उसके बाद महाप्रसाद का वितरण होगा एवं 17 मई को पूर्णाहुति के बाद महाप्रसाद का वितरण होगा। वही मंदिर समिति ने इस नौ दिवसीय महायज्ञ में अधिक से अधिक श्रद्धालु को पहुंचकर पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की है। पण्डित संजय भार्गव ने बताया कि मां पीतांबरा बगलामुखी की आराधना से ब्रह्मास्त्र जैसे शस्त्रों का भी स्तंभन होता है। वहीं उनकी पूजा से स्तंभन, आकर्षण, मोहन की शक्ति प्राप्त होती है। समस्त ग्रह बाधाएं दूर होती है आयु ,आरोग्य, धन, वैभव, ऐश्वर्य, संपत्ति प्राप्त होती है। आनंदमयी मां पीतांबरा पूजन हमारे अंदर छुपे समस्त शत्रु विकार को दूर करती हैं। कलयुग मे शक्ति आराधना का अधिक महत्व बताया गया है। मां पीतांबरा के मंत्र जप से भी अधिक फल मां पीतांबरा के दर्शन से मात्र से प्राप्त होता है। माँ बगलामुखी माता देवी रत्नजडित सिंहासन पर विराजती होती हैं। रत्नमय रथ पर आरूढ़ हो शत्रुओं का नाश करती हैं। देवी के भक्त को तीनो लोकों में कोई नहीं हरा सकता है। उनकी पूजा करने वाला जातक जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाता है। पीले फूल और नारियल चढ़ाने से देवी प्रसन्न होतीं हैं। देवी को पीली हल्दी के ढेर पर दीप-दान करें, देवी की मूर्ति पर पीला वस्त्र चढ़ाने से बड़ी से बड़ी बाधा भी नष्ट होती है। बगलामुखी देवी के मन्त्रों से दुखों का नाश होता है।