सिवनी जिले की बरघाट जनपद पंचायत में जनपद अध्यक्ष श्रीमती आभा के कार्यकाल में भारी भ्रष्टाचार हो रहा हे देश की सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने चाहे जितने भी कानून बना ले लेकिन भ्रष्टाचार पर अंकुश न लगकर रोज नए-नए भ्रष्टाचार होने से यह साबित हो रहा है कि भ्रष्टाचारियों के अंदर खोफ बचा ही नहीं इसलिए कुछ ऐसा एक भ्रष्टाचार प्रकाश में आया है बरघाट जनपद अंतर्गत कुछ भ्रष्ट सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक जनपद पंचायत अध्यक्ष पति एवं सचिव देवर के संरक्षण में ग्राम पंचायत में भारी भ्रष्टाचार करते हुए सरकार को पतीला लगाते आ रहे हैं जिस पर अंकुश लगाने के लिए सहायक यंत्री द्वारा ठेका प्रथा चालू कर दी गई है जिससे बौखला कर जनपद पंचायत अध्यक्ष पति जितेन्द्र रिंकू राहंगडालें एवं देवर ग्राम पंचायत पोनिया में सचिव पद पर पदस्थ योगीराज राहंगडाले के निर्देशन पर एक बैठक आयोजित की गई जिसमें कलेक्टर महोदय एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को सहायक यंत्री को हटाने के लिऐ ज्ञापन सोपा गया हम आपको बता दें कि इस मामले की बारीकी से जांच की जाए तो सच्चाई निकल कर सामने आएगी जनपद अध्यक्ष के परिवार द्वारा कब कितना भ्रष्टाचार कर शासन को कितना चूना लगाया गया है यह पूरा का पूरा मामला जांच के बाद पता चल पाएगा इस मामले में एक और बात निकलकर सामने आ रही है सचिव संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष बैठक में नहीं पहुंचे वह अवकाश लेकर एक विवाह कार्यक्रम में गए हुए थे सूत्रों से कुछ इस तरह की जानकारी मिल रही है इसके साथ ही एक और खुलासा हुआ है जिसमें सचिव संघ के अध्यक्ष रामस्वरूप अडकने के हस्ताक्षर फर्जी रूप से किए गए हैं इस बात की जानकारी भी स्वयं अध्यक्ष ने अपने बयान में दी साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप पर भी श्रीमति आभा राहंगडाले के देवर जो स्वयं ठेकदारी करता हे योगीराज राहंगडाले जो कि वर्तमान में ग्राम पंचायत पोनिया जनपद बरघाट के सचिव पद पर पदस्थ हैं उन्हें भी अवगत करा दिया गया था अध्यक्ष ने बताया कि मेरे फर्जी हस्ताक्षर और मेरी असहमति से युक्त हस्ताक्षर किए गए हैं जो कि मेरी अनु उपस्थिति मे फर्जी हस्ताक्षर कर कलेक्टर महोदय को सौंपा गया है अध्यक्ष ने यह भी बताया कि अभी कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है इस मामले में जांच के दौरान ही पता चल पाएगा की कितनी सच्चाई है
प्राप्त जानकारी अनुसार जनपद अध्यक्ष श्रीमती आभा के परिवार द्वारा हरिओम ट्रेडर्स के नाम से 2 करोड़ 44 लाख 1082 रुपए की जीएसटी चोरी जनपद अध्यक्ष बरघाट श्रीमती आभा जितेंद्र राहंगडाले की सास श्रीमति दुर्गाबाई राहंगडाले , पति जितेंद्र रिंकू एवं सचिव योगीराज ,( पौनिया )की मां के नाम से फर्म बनाकर जीएसटी अधिकारियों से सांठगांठ कर स्वयं ने सिविल कोर्ट में अपील की गई हे , जिसके कारण जेल जाने से राहत मिल रही हे और जीएसटी अधिकारियों पर ऊपर भी दबाव ना बने, लेकिन जीएसटी विभाग के कुछ अधिकारी पर लग रहे सांठ गांठ के आरोप जीएसटी विभाग ने अभी तक क्यों नहीं की है एफ आई आर दर्ज।
जनपद अध्यक्ष के परिवार के भ्रष्टाचार एवं कमीशनखोरी पर अंकुश लगाने पर एक हुआ था सरपंच संघ सरपंच संघ द्वारा विगत दिवस प्रहलाद सिंह पटेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री मध्य प्रदेश शासन एवं कलेक्टर महोदय को भी ज्ञापन सौंपा गया था जिस पर संभवत आचार संहिता समाप्त होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी सिवनी जिले के बरघाट जनपद पंचायत अध्यक्ष के संरक्षण में एवं पति एवं देवर निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सभी ग्राम पंचायत में भारी भ्रष्टाचार करते आ रहे हैं जिस पर अंकुश लगाने के लिए सहायक यंत्री द्वारा ठेका प्रथा प्रारंभ कर दी गई जिससे बोखला कर सभी जनपद पंचायत अध्यक्ष पति जितेंद्र एवं सचिव देवर निर्देशन पर एकत्रित होकर एक बैठक आयोजित की गई एवं कलेक्टर महोदय को सहायक यंत्री के विरुद्ध ज्ञापन सौंप कर सहायक यंत्री का स्थानांतरण करवाने के पीछे भिड़ गए हैं हम आपको बता दें कि सूक्ष्तम्मा से जांच की जाए तो यह पता चल जाएगा कि जनपद अध्यक्ष के परिवार द्वारा कितना भ्रष्टाचार किया गया है एवं करोड़ों रुपए की जीएसटी चोरी की गई है जो जांच करने के बाद ही सामने आएगा

सचिव संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष बैठक में नहीं गए थे एवं वह छुट्टी पर विवाह कार्यक्रम में गए हुए थे उनके फर्जी हस्ताक्षर अध्यक्ष के उसमें किए गए इनके द्वारा लिखित में बयान दिया गया कि यह मेरे हस्ताक्षर नहीं है और मेरे द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप पर भी अध्यक्ष आभा जितेंद्र राहांगडाले के देवर योगीराज राहांगडाले वर्तमान में ग्राम पंचायत पौनिया जनपद बरघाट में सचिव को भी अवगत कर दिया गया था लेकिन मेरे फर्जी हस्ताक्षर और मेरी असहमति से उक्त हस्ताक्षर किया गया है ,जो मेरे अनुपस्थिति में फर्जी हस्ताक्षर कर ज्ञापन प्रेषित किया गया है। जबकि अभी कार्यकारिणी का भी गठन नहीं किया गया है।

साभार – राकेष मालवीय