सिवनी – दिनांक 31 जुलाई 2024 को जिला कांग्रेस आईटी एवं सोशल मीड़िया विभाग के जिला अध्यक्ष ऐश्वर्य सुमित मिश्रा के उपर प्राण घातक हमला नगर कोतवाली के समीप मालू पेट्रोल पम्प के पास दिन दहाड़े किया गया। जो कि घोर निदंनीय एवं गंभीर आपराधिक कृत्य है। सुमित मिश्रा अपने मित्र जय गुप्ता के साथ पोस्ट ऑफिस के पास से अपने घर जा रहें थे, तभी चार युवक जो कि एक ही मोटर सायकल में सवार थे, जिनके द्वारा बेसवाल के बेट और अन्य हथियारो से लेस होकर सुमित मिश्रा पर बिना किसी डर दहशत के वार करना चालू कर दिया। इस घटना में सुमित मिश्रा के हाथ की दो हड्डी एवं दाहिने पैर की एक हड्डी फेक्चर हो गई एवं सर में गंभीर अंदरूनी चोटे आई है, साथ ही पेट में चाकू मारने की कोशिश की गई थी किन्तु हाथ से चाकू रोक ली गई, जिससे सुमित के दाहिने हाथ पर घाव लगा है उसी समय कोतवाली में पदस्थ पुलिस कर्मी मुकेश विश्वकर्मा अपने साथी पुलिस वालो के साथ वहाँ से गुजर रहे थे उनकी नजर हमला करने वालो पर पड़ी, तो उन्होंने बीच बचाव कर दो हमलावरों को वेसवाल के बेट के साथ पकड लिया और दो अन्य हमलावर फरार होने में कामयाव हो गये, हमलावर जब सुमित पर हमला कर रहे थे तब मारते समय उनका कहना था कि तू हमारे विधायक के खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखता रहता है अब तेरा जिंदा रहना मुश्किल है। आगे एसपी को दिये षिकायती पत्र में बताया गया कि यदि उस समय पुलिस कर्मी मौके पर नही पंहुचते तो हमलावरों द्वारा सुमित मिश्रा को जान से ही मार डालते, ऐक्सरे और सीटी स्केन की रिपोर्ट से पता चलता है कि सुमित के हाथ और पैरो में अनेक फेक्चर है। सीसीटीवी कैमरो की रिकार्डिंग और सुमित मिश्रा के मित्रो से पता चला कि यह हमलावर चार दिनों से ऐश्वर्य सुमित मिश्रा की रेकी कर रहें थे, इससे स्पष्ट होता है कि यह हमला सुनियोजित षडयंत्र है। जिला कांग्रेस कमेटी, सिवनी जिला पुलिस अधीक्षक से जिला कांग्रेस कमेटी मांग करती है कि जिला कांग्रेस आईटी एवं सोशल मीड़िया विभाग के जिला अध्यक्ष ऐश्वर्य सुमित मिश्रा पर हुये प्राण घातक हमला करने वाले सभी अपराधियो को तत्काल गिरफ्तार कर हमले में प्रयोग किये गये हथियारों को जप्त किया जाये, तथा हमले के पीछे किस की साजिश है उन साजिशकर्ताओं पर भी मामला दर्ज कर कठोर कार्यवाही की जाये, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों न हो। ताकि भविष्य में सिवनी जिले में ऐसी कोई भी आंतक मचाने वाली अप्रिय घटना न हो सकें।