सिवनी। जिले के छपारा के रहने वाले आयुर्वेद डॉक्टर प्रदीप दुबे का षव कान्हीवाड़ा थाना क्षेत्र के जंगल में सदिग्ध अवस्था में औधे मुंह की हालत में परिजनों को मिलने पर हड़कंप मच गया। वहीं परिजनों ने इस मामले पर कान्हीवाड़ा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है तो दूसरी तरफ परिजनो ने उनकी हत्या किए जाने का भी आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है इस मामले में जिला चिकित्सालय सिवनी के पीएम कक्ष पर पहुंचे सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन ने भी जिले की पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिले भर में बढ़ रहे अपराध पर चिंता व्यक्त की है। साथ ही डॉक्टर के शव मिलने पर पुलिस अधीक्षक से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कान्हीवाड़ा थाना क्षेत्र की पुलिस व एक अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस बीते दिवस कान्हीवाड़ा थाना क्षेत्र के जंगल छीतापार पद्दीकोना के समीप के जंगल में चल रहे जुए फड़ में धावा बोला था। पुलिस को देखते ही जंगल में जुआ खेल रहे जुआरी में भगदड़ की स्थिति मच गई। वहीं उक्त क्षेत्र में मौजूद छपारा के शीशघर वार्ड महावीर वार्ड निवासी प्रदीप दुबे पिता लेखराम दुबे भी मौजूद थे।

इस मामले में परिजनों में मृतक के भतीजे छपारा निवासी नीरज दुबे ने बताया कि उक्त हादसे की सूचना उन्हें अश्वनी मिश्रा से सर्वप्रथम प्राप्त हुई। जब वे कान्हीवाड़ा के जंगल में पहुंचे तो उनके चाचा प्रदीप दुबे का शव जमीन में गिरा दिखा। जमीन में उनका शव औंधे मुंह था। ऐसी स्थिति में उन्होंने बताया कि घटना के बाद से वहां किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। साथ ही प्रदीप दुबे के नहीं मिलने पर ग्रामवासियों द्वारा ही पतासाजी की जा रही थी। इसके साथ ही जिस स्थिति में भी गिरे थे उनके चेहरे पर ही चोट आना था लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है। जिसके निशान पीठ व पैरों पर भी हैं। जिसके चलते परिजनों ने डॉक्टर प्रदीप दुबे की मृत्यु होने पर हत्या का संदेह व्यक्त करते की है ।
सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन ने इस मामले में कहा कि यह घटना काफी दुखद है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक से वे निष्पक्ष जांच के लिए कहेंगे। साथ ही जिले में सफेद पाउडर व सभी थाना क्षेत्र में जुआ, सट्टा अत्यधिक संख्या में चल रहा है। इसकी जानकारी पुलिस को होने के बाद भी कार्यवाही नहीं किये जाने का आरोप भी विधायक ने लगाए हैं।
मृतक आयुर्वेदिक आयुर्वेद डॉक्टर प्रदीप दुबे का एक पुत्र प्रतीक है जो भोपाल में आर्किटेक्ट की पढ़ाई में लगा हुआ है वही एक पुत्री आशी भोपाल में जॉब कर रही है।