सरकारी योजना के नाम पर सचिव सुरेश बोपचे का टैक्स
ग्रामीणो ने सचिव को रंगरेलिया मनाते पकडा
सिवनी – सरकार द्वारा अंतिम पंक्ति में स्थित लोगो को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओ का लाभ देने का ढिढोरा पीटा जाता है इसके साथ ही नारी को उन्हे सम्मान के साथ उनका हक देने की बात की जाती है तो वही दूसरी ओर सरकारी तंत्र में बैठे सरकारी नुमाईंदे सरकार द्वारा जनता के लिए बनाई गई योजनाओ का लाभ जनता को देने की कीमत क्या और कैसे मांगते है यदि रिश्वत के तौर पर कुछ मांग भी लिया जाये तो यह चला आ रहा है और आये दिन खबरो के माध्यम से देखने सुनने को मिल ही जाता है लेकिन इतनी कार्रवाइयो के बाद भी पूरी तरह अंकुश नही लग पा रहा है। टैक्स से तनख्वाह पाकर अपना एवं अपने परिवार का उदरपोषण करने वाले सरकारी कर्मचारी,नेताओ के पैरो की धूल चाटते हुए सरकारी अधिकारियो के साथ सांठगाठ कर ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की कहानी लिख रहे है अभी हालही में एक नया मामला प्रकाश में आया है जहां सचिव द्वारा सरकारी योजना का लाभ देने के लिए एक नारी की अस्मत लूटने तक से बाज नही आया । सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला आदिवासी समाज की महिला की अस्मत के बदले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलवाने का बताया जा रहा है सूत्रो की माने तो चिरचिरा ग्राम पंचायत का सचिव जो पहले से ही एक अधिकारी के साथ अयैास सचिव सुरेश बोपचे भ्रष्टाचार में शामिल बताया जा रहा है तो वही सचिव नेता और अधिकारियो के सरंक्षण में इतन बेलगाम हो गया कि गाॅव की ही एक आदिवासी महिला को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने का लालच देकर दिन दहाडे शासकीय ग्राम पंचायत भवन में ही दरवाजा खोलकर अर्धनग्न अवस्था में आपत्तिजनक हालत में महिला के साथ पकडा गया वीडियो मे सचिव एक महिला की इज्जत से खेलता हुआ नजर आ रहा है तो वही एक ग्रामीण सचिव को गालियाॅ देता हुआ सुनाई भी दे रहा है हालाॅकि वीडिया आठ दिन पुराना बताया जा रहा है। ऐसे सचिव रूपी राक्षस का किसी महिला की इज्जत के लुटेरे का जैसे ही वीडियो वायरल हुआ उसकी निलंबन की फाईल जनपद बरघाट सीईओ ने आगे बढा दी है। इस मामले में बताया जाता है
सूत्र बताते है रंगरशिया लंगोट का ढीला और अयैयाश है सुरेश बोपचे
बताया जाता है कि सुरेश बोपचे ग्राम पंचायत चिरचिरा जनपद पंचायत बरघाट का सचिव है जो अपने आपको को एक नेता का खास बताता है राजनैतिक सरंक्षण होने का दावा करता है जनपद के एक नेता का खास होने का दावा खबर भी उडती – उडती आ रही है बताया जाता है कि जनपद बरघाट के एक बडबोले नेता की दुकान के लाखो रूपये के बिल इस जनपद में लगे है कमीशन को 1 लाख अस्सी हजार का लेनदेन भी अयैयास सचिव सुरेश बोपचे से बाकी है इस मामले की जाॅच की जाए तो पंचायत में लाखो रूपये के भ्रष्टाचार का मामला उजाकर हो सकता है खबर तो यह भी है कि अयैयास सचिव सुरेश बोपचे यह कहता फिरता है कि जनपद पंचायत बरघाट के नेताओ और अधिकारियो को मै पालता हॅॅू। और वही सय आदिवासी दो बच्चो की माॅ को चुकानी पडी जिसके साथ अययौस सचिव ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए शासकीय योजनाओ का लाभ दिलाने प्रलोभन देकर सरकारी भवन ग्राम पंचायत मेे ही एक महिला की अस्मत को तार – तार किया भले ही शिकायत महिला ने नही की पर सरकारी नौकर का सरकारी भवन में नग्न अवस्था में आपत्तिजनक वीडियो का वायरल होना क्या सिविल सेवा नियम का खुला उल्लंघन नही माना जाएगा। सूत्रो की माने तो सचिव सुरेश बोपचे पंचायत को अपनी बफौती समझता है कई लोगा से सरकारी योजनाओ का लाभ दिलाने के लिए पाॅच हजार पहले से ले चुका था उनका योजना की लिस्ट मे नही आया ऐसे में आदिवासी महिला को योजना का लाभ दिलाने का लालच देकर उसका शारीरिक शोषण सरकारी पंचायत भवन में किया। जैसे की एक व्यक्ति को सचिव की काली करतूत करने की भनक लगी उसने पंचायत भवन के अंदर आदिवासी महिला की इज्जत को तार – तार करते हुए निर्वस्त्र सचिव का वीडियो सूट कर डाला बताया तो यह भी जाता है कि कुछ दिनो पहले सचिव और उसकी धर्मपत्नि का विवाद हो लेकर सामाजिक बैठक मे सचिव को समझाईश भी दी गई थी अब देखना बाकी है कि अब नारी सम्मान की बडी – बडी बात करने वाले संगठन और बुद्धिजीवी स्वतः मामले को संज्ञान में लेकर क्या न्याय दिला पायेंगे।