आज नवमी पर खोलते तेल में हाथ से पूड़ी सेकेंगे बाबा दुर्गादासानंद
सिवनी – जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर नागपुर रोड स्थित मां ज्वाला देवी सिद्ध पीठ कलबोड़ी मंदिर में शारदीय नवरात्र पर्व पर 353 अखंड ज्योति मनोकामना कलश जगमगा रहे है। बिहार,जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, बालाघाट, भोपाल, ब्रह्मपुरी, हाथरस, अयोध्या, रायपुर, नेपाल, रावतभाटा, राजस्थान, नागपुर, सहित अन्य जिलों से श्रद्धालुओं ने मनोकामना कलश की स्थापना कराई है । इसमें घी के 8 कलश भी शामिल हैं।
मंदिर के मुख्य पुजारी दुर्गादासानंद ने बताया कि 11 अक्टूबर शुक्रवार नवमी को जवारे कलश विसर्जन के पूर्व दुर्गादासनंद बाबा मां ज्वाला देवी की पूजन कर बबूल के कांटे से बनी आसन पर बैठकर डेढ़ घंटे की ध्यान योग व मौन आसन करेंगे। उनके ही बगल में 43 वर्षीय युवक द्वारा खीले की चै|रंग पर बैठकर ध्यान योग व मौन आसन किया जाएगा।
वहीं दुर्गादासानंद बाबा द्वारा मातारानी को भोग लगाने के लिए अपने हाथों से गरम तेल की कढ़ाई से पुड़ी निकालेंगे। वहीं खौलते तेल में अपने केशों (बालों) को डुबाकर तेल स्नान व शेष बचे हुए तेल को रोगी दुखी पीड़ितों को वितरित करेंगे।इसके बाद कलशों व जवारों की पूजन अर्चना कर शोभायात्रा निकाली जाएगी,यह कलश यात्रा राममंदिर होते हुई बजरंग दादा के दरबार में पहुंचेगी। यहां कलशों व जवारों का विसर्जन होगा। इस अवसर महाप्रसाद का वितरण भी किया जाएगा। कलश रखने वाली महिलाओं को सुहाग चिन्ह के रूप में चूड़ी-बिंदी, कुमकुम आदि का वितरण संध्या आरती के पश्चात किया जाएगा।
मंदिर समिति ने इन कार्यक्रमों में श्रद्धालुओं से बड़ी संख्या में पहुंचकर पुण्यलाभ अर्जित करने की अपील की है। ऐसे किसी भी तरह के दावो की पुष्टि संवाददूत नही करता है और आपसे भी आग्रह आप ऐसा कोई भी करतब अपने घर पर करने का प्रयास कतई ना करे क्योकि इस तरह के कार्य करने के पीछे े पीछे लम्बे समय से एक्सपर्ट लोगो की निगरानी में किया गया अभ्यास होता है।
सौजन्य से अन्नू ठाकुर