सिवनी – सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो की जनता को घर – घर तक पानी पहुॅचाने के उददेश्य से सरकार द्वारा नल जल योजना के तहत प्रत्येक ग्राम में पानी की टंकी बनाकर ग्रामीणो के घरो तक नल लगाकर जल पहुॅचाने का कार्य किया गया है लेकिन सरकार की मंशाओ पर प्रशासन में बैठे कुछ लोग पलीता लगाने से नही चूक रहे जिसका दंश ग्रामीण क्षेत्र की जनता भोग रही है कुछ ऐसा ही एक मामला मंगलवार के जनसुनवाई में आया जहां ग्राम पंचायत खमरिया ( पहाडी ) के ग्राम केरपानी रैयत के सैकडो की संख्या में लोगो ने आकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए बताया कि हमारे ग्राम केरपानी रैयत में ठेकेदार द्वारा नल – जल योजना का ठेका ले लिया जिसमें टयूबवैल पर मोटर डाल दी गयी एवं ट्रासफार्मर भी लग चुका है लेकिन एक वर्ष से नल – जल योजना को चालू नही किया गया है। आगे ग्रामीणो ने बताया कि ग्रामीण प्रदूषित पानी पीने को मजबूर है जिसके चलते ग्राम में रहने वाले लगभग हर परिवार के छोटे बच्चो से लेकर बडे लोगो उल्टी दस्त जैसी बीमारी से ग्रसित है।
ग्रामीण अपने आप को खतरे में डाल कुएॅ से निकालते है पानी
ग्रामीण ग्राम से दूर जहा जलस़्त्रोत है वहां जाकर अपने आप को खतरे में डालकर बिन जगत के कुएॅ में लकडी डालकर उस पर खडे होकर काफी गहरे में बाल्टी में रस्सी बांघकर पानी निकालते है जिससे ग्रामीणो को काफी खतरा रहता है।
खतरे के बाद भी नही मिलता शुद्ध पानी
अपनी जान को खतरे में डालने के बाद भी ग्रामीणो को कुॅए से प्रदूषित पानी ही मिलता है जिससे ग्राम के लगभग हर घर के लोग उल्टी दस्त से ग्रसित है।
साथ ही ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव द्वारा ग्राम के अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति द्वारा पीएचई विभाग को उक्त नल – जल योजना को चालू कराने हेतु फोन के माध्यम से एवं आफिस जाकर बताया गया कि ग्राम केरपानी रैयत में भीषण जल संकट है ग्रामवासियो को पीने के पानी के लिए दो से तीन किलोमीटर दूर जाना पडता है जो कि उक्त ग्राम के आसपास कोई जलस़्त्रोत उपलब्ध नही है, जिसके लिए ग्रामवासियो को बहुत सारी समस्याओ का सामना करना पड रहा है। ग्रामीणो ने जिला कलेक्टर से शीध्र ग्राम में जल उपलब्ध कराने की मांग की है।