सिवनी – दिनांक 10.04.2024 के रात्रि के लगभग 01 बजे 100 डायल के इवेन्ट के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक यात्री को जो सिवनी से छपारा जा रहा था जो बस पोस्ट ऑफिस तिराहा पर माल लोड करने के लिये रूकी थी उसी समय कुछ लोग अर्टिका कार से आये और बस के बाजू में कार लगाकर उतरकर बस में बैठे यात्री की ओर देखने लगे जो उनको देखकर बस में खिड़की के पास बैठे प्रार्थी हमीद खान निवासी पायली कला छपारा नें कांच बंद कर लिया उक्त बात को लेकर कार सवार लड़को द्वारा यात्री को बोले कि तुने हमको देखकर कांच क्यों बंद किया एवं अन्य साथीयों से बोले कि इसे उतारकर नीचे लाओ और मारो जो बस में तीन लोग चढ़े और जबरदस्ती मारपीट कर उसे बस से नीचे उतारकर अपनी कार में बिठाकर भैरोगंज की ओर ले गये जो रास्ते में प्रार्थी से मारपीट करते आरोपीगणों द्वारा प्रार्थी से 10,000- रूपये जबरन छीन लिये गय ेउक्त इवेन्ट को तस्दीक करने पर घटना सही होना पायी गई जो बस कण्डेक्टर से एवं अन्य साक्षीयों से पूछताछ के आधार पर घटना में प्रयुक्त अर्टिका वाहन एवं उसमें बैठे अज्ञात व्यक्तियों की सघनता एवं सक्रियता से तलाश की गई। उक्त घटना को वरिष्ठ अधिकारीयों को तत्काल घटना की सूचना दी गई जिसमें पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह द्वारा घटना को तस्दीक उपरान्त निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जी.डी. शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्रीमति पूजा पाण्डे के मार्गदर्शन में घटना को गंभीरता से लेते हुए, थाना स्तर पर टीम गठित कर आरोपीयों एवं घटना में प्रयुक्त वाहन के ढूढने में रात्री से ही अथक प्रयास करने के बाद आखिर पुलिस को सफलता मिल ही गई और तीनों आरोपीयो से लूटी गई रकम एवं घटना में प्रयुक्त कार व आरोपीयो के मोबाईल फोन जप्त किये गये। इस मामले में पहला आरोपी है कपिल बघेल पिता सुनील बघेल उम्र 23 साल निवासी टिकारी थाना बण्डोल हाल ईश्वर नगर सिवनी सिवनी जिसका पूर्व में भी आपराधिक रिकार्ड रहा है जिसके बाद दूसरा विजय उर्फ विज्जू पिता महेश धुर्वे उम्र 22 साल निवासी भैरोगंज, एमएलबी स्कूल के पास और तीसरा आरोपी है आदर्श सनोडिया पिता राजेन्द्र सनोड़िया उम्र 22 सल निवासी नहर रोड़ भैरोगंज सिवनी जिनके पास से 10,000- रूपये नगद, दो एण्ड्राईड फोन, एक घटना में प्रयुक्त बेल्ट, एक अर्टिका कार क्र. डभ्-49-0712 जप्त की गई इस मामले में कोतवाली थाने के निरीक्षक सतीश तिवारी, उप निरीक्षक देवेन्द्र उइके, उनि. जयशंकर उइके, प्रधान आरक्षक जगदीश घोडेश्वर, आरक्षक नितेश राजपूत, राजू भलावी, अजय मिश्रा, नीरज कपाले, लोकेश, हेमराज का योगदान सराहनीय रहा।