सिवनी – आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी सैया भये कोतवाल तो फिर डर काहे का कुछ ऐसा ही नगर के नागपुर रोड स्थित थोक सब्जी मंडी में कुछ ऐसी घटनाऐं घटित हो रही है यहा पर सब कुछ गडबडझाला चल रहा है और देखने वाला कोई नही।
रोज लाखो रूपयो की होती है टैक्स चोरी – इस थोक सब्जी मंडी में रोज सब्जी का करोडो रूपयो का व्यापार होता है जिसके बदले बाकायदा यहा से जो सब्जी बाजार मे बिकने को जाती है उसका शुल्क मंडी प्रशासन को चुकाना होता है लेकिन यहा पर जो चिल्हर सब्जी का व्यापार करने वाले है उनके द्वारा जो टैक्स मंडी प्रशासन को चुकाया जाता है वह टैक्स मंडी प्रशासन तय करता है कि उन्हे कितना देना है भले की वाहन में सब्जी लाखो की हो जिसके बदले उन्हे रसीद भी नही दी जाती है और यह खेला जब से थोक सब्जी मंडी बनी है तब से चल रहा है इस मामले में मंडी बोर्ड को ध्यान देना चाहिए लेकिन ऐसा नही हो रहा है।
बडे – बडे महानगरो में आलीशान भवन है – सूत्रो की माने तो नागपुर रोड स्थित थोक सब्जी मंडी तैनात अधिकारी और कर्मचारियो की संपत्ति की जाॅच की जाय तो पता चल जायेगा की इनके पास नौकरी लगने से पहले क्या था और अब इनके पास क्या है सूत्र तो यह भी बताते है कि इन अधिकारियो ने अपने नाते रिश्तेदारो के नाम करोडो रूपयो की बेनामी संपत्ति बडे – बडे महानगरो में क्रय की गई है जिसकी जाॅच की जाकर अवैध संपत्ति राजसात की जानी चाहिए।
आधे से व्यापारी गैर लायसेंसी है – एक बयान मेें एक अधिकारी ने संवाददूत को बताया कि यहा जो सब्जी का व्यापार करने वाले व्यापारी है उसमें लगभग 150 व्यापारी में से लगभग 80 व्यापारी बिना लायसेंस के वर्षो से यहा बैठकर व्यापार कर रहे है लेकिन क्या मजाल है कि मंडी प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करें जब पूछा गया कि आप कार्रवाई क्यो नही करते तो मंडी बोर्ड के अधिकारियो का कहना था वे हमारी बात नही सुनते तो फिर मंडी के अधिकारियो का यहा तैनात करने का क्या मतलब तत्काल इन्हे यहा से हटाकर किसी प्राईवेट कंपनी को दे देना चाहिए ।
सरकार को दो तरफ से लगा रहे चूना – थोक सब्जी मंडी मेे एक तरफ सरकार वर्षो से मंडी में तैनात अधिकारियो कर्मचारियों को तनख्वाह दे रही इसके अलावा इन्हे अन्य सुविधाये भी प्रदान कर रही है इसके बावजूद इनका पेट इससे नही भर रहा है जिसके बावजूद यहा तैनात अधिकारी यहा से रोज वसूला जाने वाला टैक्स अपनी जेब में भर रहे है जिससे सरकार को दो तरफ से नुकसान उठाना पड रहा है इसके अलावा यदि यहा लगे सीसीटीव्ही कैमरो की जाॅच की जाये तो पता चल जायेगा की मंडी मै तैनात अन्य अधिकारी कर्मचारी भी सब्जी मंड में तैनात अधिकारियो की मिलीभगत से फ्रि की सब्जी अपने घर लेकर जाते है।
300 हमालो मे से सिर्फ 4 – 5 हमाल ही लायसेंसधारी है – गत दिनो एक हमाल को करंेट लग गया था जिसके वह गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसे बाद में उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था जिसका नाम पवन पिता मानकराम सोनवाने जब वह सब्जी मंडी में सबेरे काम करने गया जहा पर एक व्यापारी ने हमाल को त्रिपाल बांधने के लिए कहा जिसके बाद जब हमार उपर चढा तो उसे तेज करेंट लगा जिससे उसके हाथ पैर के अलावा सिर में गंभीर चोट आ गई इस मामले में प्रभारी सचिव ने बताया था कि जहां पर हमाल को करेंट लगा था वे व्यापारी अवैध रूप से अतिक्रमणकारी है।
पूर्व में सांड के हमले से हुई थी एक व्यक्ति की मौत – नागपुर रोड स्थित थोक सब्जी मंडी में पूर्व में एक सांड ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था जिसमें उस व्यक्ति की मौत हो गई थी।
मंडी में नही है सुरक्षा के इंतजाम – इस मामले में जब नागपुर रोड स्थित थोक सब्जी मंडी के अधिकारियो से अवैध रूप से तैनात मंडी के अंदर लोगो पर कार्रवाई करने की बात पर अधिकारियो का कहना था कि वे लोग झगडा करने अमादा हो जाते है और एक सच्चाई यह भी है कि इन अधिकारियो का मुॅह पैसो से बंद कर दिया गया है तो आखिर ये किस मुॅह से उनपर कार्रवाई कर सकते है।
मंडी सचिव ने की थी राजस्व में रिकार्ड आय में वृद्धि – कृषि उपज मंडी सिमरिया में वर्षो से तैनात मंडी सचिवो द्वारा गोलमाल किया जा रहा था जिसके चलते आय में वृद्धि नही हो पा रही थी जिसके बाद गत वर्ष एक मंडी सचिव अरविंद परिहार का आगमन हुआ जिन्होने अपने कार्यकाल में प्रत्येक माह लगभग 1 करोड की आय में वृद्धि कर शासन को लाभ पहुॅचाया था अब सवाल यह उठता है कि इसके पहले यह आय किसके खाते मे जाती थी और अब वह आय किसके खाते में जा रही है जो कि बहुत बडा सवाल है।
नवागत कलेक्टर से है अपेक्षा – नवागत कलेक्टर से अपेक्षा है कि सिमरिया स्थित कृषि उपज मंडी और नागपुर रोड स्थित थोक सब्जी में वर्षो से जमे अधिकारियो की जाॅच कर उनकी चल – अचल संपत्ति की जाॅच की जाकर उनकी संपत्ति राजसात की जाय और तत्काल दोषियो के उपर कठोर कार्रवाई की जाये ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।