सिवनी – बंडोल-कोहका सड़क का निर्माण कार्य युद्धगति से वर्तमान में पुसेरा से बंडोल के बीच चल रहा है। वर्तमान में पुसेरा मुंगवानी मार्ग में पड़ने वाली बैनगंगा नदी के पास बारिश के कारण निर्माणाधीन पुल के बाजू में निर्माण एजेंसी ठेकेदार द्वारा बनाया गया डायवर्सन मार्ग पूर्णतः दल दल में तब्दील हो गया है,जो कि राहगीरों के आवागमन में बाधक बनते हुए लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। आपको बता दे इसी मार्ग मेे आगे ब्रम्हलीन द्विपीठाधीश्वर जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानदं सरस्वती जी महाराज द्वारा विश्वप्रसिद्ध 54 किलो वजनी स्फटिक शिवलिंग गुरूधाम स्थापित है जहां पर जिससे क्षेत्र के लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। विगत दिनों बारिश शुरू होने पूर्व ठेकेदार द्वारा पुल के बाजू में बनाए गए डायवर्सन मार्ग में मिट्टी डाली गई थी और इसके बाद इसके ऊपर गिट्टी की चुरी और बोल्डर डाले गए थे। परंतु उतनी मजबूती से मरम्मत न करने के कारण उपरोक्त मार्ग इस दिनों राहगीरों की मौत को आमंत्रण देने में कोई कसर नही छोड़ रहा है। भारी मुसीबत बने इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाओं की जानकारी सुनने को मिल रही है, क्षेत्रीयजनों द्वारा बताया गया कि बीते दिवस इस मार्ग में हुए जानलेवा गड्ढे में एक निजी ट्रेवल्स की बस पलटते पलटते बाल बाल बच गई थी। डायवर्सन मार्ग के दलदल में तब्दील होने के कारण क्षेत्रीयजनों को आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है। दोपहिया, चैपहिया और बड़े वाहन कीचड़ में फंस रहे है और कोई किसी तरह वाहन को कीचड़ के बीच से निकालने का प्रयास करता है तो कीचड़ के बीच बने गड्ढे वाहनों को क्षति पहुंचा रहे है। वही मुंगवानी से बाधी मार्ग पर नदी पर बना नवीन डायवर्सन मार्ग पूरी तरह बह गया है, जिससे मुख्य सिवनी से अमरवाड़ा पहुँच मार्ग पूरी तरीके से बन्द हो गया है। जिसके कारण राहगीरों को 5 किलोमीटर लंबा सफर तय करते हुए मुंगवानी खुर्द की ओर से घूमकर जाना पड़ रहा है। इससे लोगों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।वही क्षेत्रीयजनो ने जिला प्रशासन से मांग की है,कि ठेकेदार द्वारा बनाये गए डायवर्सन मार्ग पर हुए जानलेवा गड्ढो को डस्ट और गिट्टी डालकर जल्द से जल्द दुरूस्त कराया जाए, जिससे वाहन चालकों को हो रही परेशानी से निजात मिल सके। और मार्ग आवाजाही योग्य बनाने के लिए ठेकेदार को निर्देशित किया जाए।