सिवनी – मुख्य नगरपालिका अधिकारी सिवनी ने दिनाॅंक 6 अक्टूबर 2022 को थाना प्रभारी कोतवाली सिवनी एवं थाना प्रभारी डूंडासिवनी को अवैध काॅलोनी निर्माण कर्ता कालोनाईजर के विरूद्ध शिकायत दर्ज करने लिखित में आवेदन दिया था जिसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव सिवनी ने नगरपालिका अधिकारी को इस आषय का पत्र लिखा था कि नगरपालिका द्वारा इस हेतु नियुक्त अधिकारी स्वयं थाने में उपस्थित होकर,संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए थाने में एफआईआर दर्ज कराये तो तत्काल प्रकरण पंजीबद्ध किया जायेगा जिसके बाद 2022 के अब तक मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा कोई एफआईआर दर्ज नही कराई गई जो कि पदीय कर्तव्य निर्वहन की घोर उपेक्षा है जिसे संज्ञान में लेने की कृपा करे इस तरह का पत्र स्वयं पुलिस अधीक्षक ने नगरपालिका को भेजा था। जिसके बाद मुख्य नगरपालिका अधिकारी सिवनी ने लगभग 8 वर्षों में नगर मे निर्मित अवैध काॅलोनियों की अनेक शिकायतें नगरपालिका कार्यालय में नही की गई है उन पर कोई संज्ञान नही लिया जा रहा है और कोई कार्रवाई भी नही की जा रही है मुख्य नगरपालिका अधिकारी को चाहिए था कि उनके हर वार्ड में पदस्थ मोहर्रिर – कर्मचारी से वर्तमान मे निर्मित अवैध काॅलोनियों को जानकारी संकलित कराते,लेकिन उन्होने ऐसा कुछ भी नही किया है जो उनके पदीय कर्तव्य निर्वहन की घोर उपेक्षा को दर्षाता इसे भी संज्ञान में लिया जाये। वो तो भला हो एक जागरूक नागरिक परमानंद जायसवाल का जिसने सूचना के अधिकार के तहत एक पत्र निकाल लिया जिसमें स्वयं पुलिस अधीक्षक ने नगरपालिका को पत्र लिखा था जिसे नगरपालिका द्वारा गायब कर दिया गया था ऐसी खबरे सरे बाजार चल रही है आखिर ऐसा नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियो ने क्यो किया कही अब आप समझ ही गए होगे जब इस बात को संवाददूत के प्रधानसंपादक ने सीएमओ रामकुमार कर्वेती से पूछा कि आपने अवैध कालोनाईजरो के खिलाफ एफआईआर क्यो नही कराई तो उन्होने उपयंत्री संतोष तिवारी से इस विषय पर बात करने के लिए कहा जब उपयंत्री संतोष तिवारी से पूछा गया तो उन्होेन कहा हमने कालोनियो की लिस्ट थाने भिजवा दी थी जब पूछा गया कि एसपी साहब ने उस पत्र में अधिकारी को स्वयं थाने जाकर एफआईआर कराने की बात लिखी थी तो अधिकारी क्यो नही गए तब उपयंत्री संतोष तिवारी ने बडा सधा हुआ जवाब दिया सक्षम अधिकारी सीएमओ होते है उनसे पूछिये जिसके बाद जब सीएमओ रामकुमार कर्वेती से पूछा गया आपने एफआईआर क्यो नही कराई तो उन्होेने कहा मै अभी मै जवाब नही दे पाॅउंगा अब आप सारा माजरा समझ गए होगे कुछ इस तरह का मामला नगरपालिका मे खुलेआम चल रहा है जहां भूमाफियो के साथ मिलकर जिम्मेदार अधिकारी मलाई छान रहे है। और भुगतमान जनता भोग रही है इस मामले में जनप्रतिनिधियो को आगे आते हुए विधानसभा में आवाज उठाते हुए दोषियो के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग जनहित मे की जानी चाहिए।