सिवनी – हमारी पहले से ही परम्परा रही है जहां गुरू को सर्वोपरी माना गया है और उसी आशा और उम्मीद के चलते शिक्षको को हजारो मे वेतन दिया जाता है जिसके बाद भी शिक्षक अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से नही निभा रहे है शासकीय सेवको को रविवार के अलावा अन्य छुटिटयाॅं दी जाती लेकिन इसके बावजूद भी शासकीय सेवक अपनी जिम्मेदारी इमानदारी से नही निभा पा रहे है एक प्रकार से कहा जाये तो पूरे राष्ट्र का भविष्य इन नन्हे बच्चो पर होता है यह राष्ट्र की नीव कहलाती है और जब शासकीय पद पर बैठे शासकीय सेवक ही ऐसा करने लगेगे तो फिर हमारे राष्ट्र का भविष्य क्या होगा सोचिये आपको बता दे रविवार के सोमवार को जन्माष्टमी का पर्व होने से सभी स्कूलो में अवकाश था जिसके बाद मंगलवार को जैसे ही स्कूल खुला शासकीय उन्नयन माध्यमिक शाला जमुनिया स्कूल में शिक्षको ने स्कूल छूटने से ढाई घंटे पहले ही छुटटी कर स्कूल के गेट पर ताला जड दिया। मामला सिवनी विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत नंदौरा अंतर्गत आने वाले ग्राम जमुनिया स्कूल का है जहां ढाई घंटे पहले ही शिक्षको ने बच्चो की छुटटी कर स्कूल के गेट पर ताला जड दिया। शायद यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रो में जो भी शासकीय स्कूल है उन स्कूलो में लोग अपने बच्चो का दाखिला ना करवाकर आसपास के निजी स्कूलो में दाखिला करवा रहे है अब देखना होगी कि इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी क्या कारवाई करते है |