सिवनी ( धूमा ) – संस्कार धानी जबलपुर सहित सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाए रखने वाले सिवनी जिले के नगर धूमा में माता महाकाली की प्रतिमा पिछले 40 वर्षों से स्थापित होते चले आ रही है इसी क्रम में पूर्व वर्ष अनुसार इस वर्ष भी माता महाकाली की भव्य 21फिट की प्रतिमा का आगमन होगा संस्कार धानी जबलपुर के तहलका की गर्जना के साथ जगह जगह भंडारे पूजन करते हुए धूमा नगर प्रवेश करेगी, मूर्तिकार पवन सोनी के द्वारा 21 फीट की माता महाकाली की प्रतिमा को अपना अंतिम रूप देते हुए माता महाकाली लखनादौन से धूमा के लिए कल पंचमी को 2.00 बजे लखनादौन से नगर भ्रमण करते हुए रात्रि में 10.00 बजे माता महाकाली का धूमा आगमन होता है बड़े हर्ष उल्लास के साथ माता महाकाली का कार्यकर्ताओं एवं ग्राम वासियों के द्वारा कहानी चैराहे पर माता महाकाली का अगवानी कि जाती है जिसमे डिस्को लाइट आतिशबाजी के साथ अनेक कलाकारों के साथ माता महाकाली का आगमन होता है इस महाकाली दशहरे को अनेक विभागों का पूर्ण सहयोग भी मिलता है क्षेत्रीय वरिष्ठ अधिकारी एवम जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में धूमा के महाकाली दशहरा चल समारोह पर पुहुचेगे और संभवत महाकाली दशहरा चल समारोह में सिवनी जिले के संबंधित कलेक्टर एसपी इस दशहरे पर अपनी कड़ी निगरानी रखेंगे बही इस बार माता महाकाली समिति के द्वारा मेला का भी आयोजन रखा गया है जिसमें मेले पर किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है लोगों के द्वारा अफवाह फैलाया जा रहा है की घूमने के पैसे लगेंगे लेकिन समिति के द्वारा इस अफवाह का खंडन करते हुए मेला में घूमने के लिए किसी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा इस मेल में सर्कस बड़े झूले नव ट्रेन सहित अनेकों प्रकार की दुकानें इत्यादि झूले एवं अनेक प्रकार के झूलों का आनंद लेते हुए अपना मनोरंजन मेले में कर सकते हैं एवं एक अपील और समिति की तरफ से की गई है कि मेले में घूमने आने वाले सभी लोगों से अपील है कि सोना चांदी एवम रूपये सम्हाल कर रखने की हिदायत दी है जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी स्वयं आपकी होगी इसी प्रकार महाकाली दशहरा चल समारोह में भी महाकाली समिति के द्वारा यह अपील की जाती है कि दशहरा में आती भीड़ होने के कारण अपने गहने पहनकर ना आए और ना अपनी जेब में अधिक पैसे रखकर लाए यह जवाबदारी स्वयं आप ही लोगों की रहेगी ऐसा समिति की तरफ से लोगों से अपील की जाती है बही शीतला माता मंदिर प्रांगण में 401 मनोकामना कलश एवम 9 जवारे रखे गए हैं माता के आगमन एवम पंचमी तिथि से प्रारंभ होने वाले मेले की तैयारिया जोरों पर है