सिवनी – चिकित्सा क्षेत्र से जुडे लोगो को भगवान के बाद दूसरा स्थान दिया गया है इसके पीछे का कारण जीवन देने जैसा कार्य इनके द्वारा किया जाता है लेकिन कुछेक चिकित्सा क्षेत्र से जुडे लोग इस पेशे को बदनाम करने से नही चूक रहे है ऐसा ही एक आरोप बरघाट सिविल अस्पताल के स्टाफ पर लगे है बरघाट के रोहित सुनरी ने बताया कि वह अपनी पत्नि पूनम सुनेरी को शनिवार को लगभग 2 बजे नार्मल डिलेवरी कराई गई जिसके बाद प्रसव वार्ड के स्टाफ द्वारा खर्च पानी की मांग की गई जिसके बाद पीडिता के परिजनो ने 500 रूपये भेजा तो स्टाफ द्वारा कहा गया कि इस पैसे को हम बच्चे पर न्यौछावर करते है पीडिता के परिजनो का आरोप है कि दाई के माध्यम से पैसो की मांग की गई तो हमने अपनी क्षमता के मुताबिक जो पैसे भिजवाये उसे वापस कर दिया गया पीडित परिजनो का आरोप यह भी है कि आरती रामटेके ने अपनी फीस और महिला चिकित्सक की फीस देने के नाम पर पैसो की मांग की गई थी लेकिन पैसे नही देने पर प्रसूता को जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया इस मामले में रोहित ने बताया कि जिला चिकित्सालय लाने के बाद चिकित्सको ने कहा कि इनकी स्थिति नार्मल है रिफर करने लायक नही थी अखिर क्यो रिफर किया पता नही तो वही जब बरघाट बीएमओ से बात की गई तो उन्होने कहा कि जैसे हम और हमारे स्टाफ पर आरोप लग रहे है वे सारे की सारे गलत है इसके साथ ही बीएमओ से सारे मामले की जाॅच किये जाने की भी बात पर जोर देते हुए कहा कि इस मामले की सूक्ष्मता से जाॅच की जानी चाहिए और दोषियो के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए साथ ही बीएमओ ने यह भी कहा कि पूर्व में जिन भी माताओ की डिलेवरी इस हास्पिटल में की गई है उनकी लिस्ट निकालकर उनसे भी पूछा जा सकता है कि यहा डिलेवरी बाद माताओ के परिजनो से पैसो की मांग जाती है क्या। पूरे घटनाक्र्रम के बाद पीडिता के प्रसूता के पति के पास एक फोन आता है जिस पर खबर चलने के बाद उसे डिलिट करवाने की बात की जा रही है तो वही दूसरी तरफ से फोन करने वाला धमकी देता सुनाई दे रहा है कि वे हमारे घर की भाभी है और साथ काम करने वाली लडकिया भी अपने घर की ही है होना जाना कुछ भी नही अब आप सोचिए इनका सैटअप कितना तेज होगा कि फोन करने वाला सीधे फोन पर कह रहा है कि तुम कही पर शिकायत कर लो लेकिन फिर भी होना जाना कुछ भी नही इतने सब कुछ प्रमाण मिलने के बाद प्रशासन दोषियो पर क्या कार्रवाई करता है अब यह देखना होगा।