सिवनी – विगत दिनो कांग्रेस ने प्रेस कान्फे्रस आयोजित जिसमें सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन पर कई सवाल उठाये गए जिसमें
( 1) सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन स्वयं प्रमाणित कर रहे है कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल है। सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन नहर निर्माण और किसानों को पानी दिए जाने के मामले में सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि जिस समय नहर का निर्माण प्रारंभ हुआ था भ्रष्टाचार उसी समय से शुरू हो गया था। जिला कांग्रेस ने भोगाखेड़ा में मीडिया के लोगों को ले जाकर सामने से घटिया नहर दिखाया था और मौके पर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्हें तकनीकी जानकारी देते हुए बताया था कि किस तरह भ्रष्टाचार किया जाये रहा है तब दिनेश राय मुनमुन कहां थे ?
अगर इस मामले में विधायक ने ध्यान नही दिया तो कांग्रेस ने क्या अग्रिम कार्रवाई की बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
2) जब घटिया नहर निर्माण हो रही थी तब दिनेश राय मुनमुन सेटिंग के खेल में लगे थे उस समय उन्हें किसानों की याद नहीं आई। जब अधिकारियों ने दिनेश राय मुनमुन की अनैतिक बातों को मानने से मना कर दिया तो वह हमला करने जैसा कायराना काम करने लगे।
यदि कथित सैंटिंग थी और जब कांग्रेस को मालूम थो तो यह सैंटिग कांग्रेस ने उसी समय उजागर क्यो नही की बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
3) जब भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन ने नहर से पानी नहीं मिलने के मुद्दे को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था तो फिर ज्ञापन सौंपने के बाद उन्हें नहर निर्माण स्थल पर जाकर उपद्रव मचाकर अनुसूचित जाति के अधिकारी सहित मजदूरों के साथ मारपीट कर क्या भय का माहौल बनाकर अपने आपको दबंग साबित करना चाहते थे। क्या भाजपा विधायक को शासन प्रशासन के ऊपर विश्वास नहीं है।
सवाल यहा जाति विशेष का है या खुले भ्रष्टाचार और कामचोरी का बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
4) अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों के ऊपर दिनेश राय मुनमुन ने पहली बार गुंडागर्दी नहीं किया। इससे पहले 15 अगस्त 2016 को स्वतंत्रता दिवस के दिन ग्राम लखनवाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम दतनी में एक आदिवासी के साथ जातिगत गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई थी। तब ए जे के थाना में दिनेश राय मुनमुन के विरुद्ध अपराध क्रमांक 05/2016 धारा 294,295, भादवि, 3 (1) द ध (3) (अं) एस सी, एस टी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी। लेकिन पद का पावर दिखाते हुए भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन ने आज तक चालन पेश नहीं होने दिया।
तो इसी पुलिस ने विधायक के खिलाफ भी उक्त कथित मारपीट का मामला दर्ज किया है तो यहां पुलिस किसके दबाव में है बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
4) दिनेश राय मुनमुन इतने बेलगाम है कि उन्होंने चुनाव आयोग को धोखे में रखते हुए उक्त प्रकरण का उल्लेख शपथ पत्र में दिया ही नहीं। भाजपा संगठन को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या भाजपा सरकार ऐसे लोगों को संरक्षण दे रही है।
तो अब तक कांग्रेस इस मामले में सक्षम प्राधिकरण तक क्यो नही गई बतायेंगे क्या जवाब देंगें क्या ?
05) दिनेश राय मुनमुन अक्सर कहते रहे है कि शराब व्यवसाय से उनका कोई लेना देना नहीं रहा जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में दिए शपथ पत्र में उनके द्वारा अपने ऊपर दर्ज प्रकरणों की जानकारी में यह बताया था कि उनके विरुद्ध धारा 41,42 आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण क्रमांक 1086/2011, व प्रकरण क्रमांक 4494/2010 आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज था। आबकारी एक्ट के तहत उन्हीं लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज होती है जो अवैध शराब का कारोबार करते हैं। भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उनके संरक्षण में दिनेश राय मुनमुन जैसे लोगों को दबंगता दिखाने का लायसेंस दे दिया गया है।
तो वर्ष 2013 से लेकर अब तक इस प्रकरण में माननीय न्यायालय के फैसले के बारे में भी बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
6) सिवनी में सेक्स रैकेट संचालन करते हुए भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन का करीबी प्रियंक तिवारी गिरफ्तार हुआ जो कई प्रदेशों की लड़कियों को सिवनी लाकर सेक्स रैकेट चलाता था। प्रियंक की गिरफ्तारी के बाद भी सिवनी विधायक ने इस घिनौने कृत्य की निंदा नहीं की गई और ना ही यह स्पष्ट किया कि प्रियंक तिवारी से उनके संबंध है या नहीं।
इस मामले में राजस्थान के कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन के बारे में भी कुछ बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
रूखड के एक रिसोर्ट में एक भद्र महिला के साथ किए गए अपने व्यवहार के बारे में भी कुछ बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
6) किसानों को बदनाम करने के लिए उनके नाम की आड़ में अधिकारियों और कर्मचारीयों के ऊपर हमला करने वाले भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन हाइवे की घटिया सड़क के मामले में मोर्चा क्यों नहीं खोलते ? कुछ दिन पहले छिंदवाड़ा रोड़ में बनी घटिया सड़क के कारण दो सगे भाइयों की मौत हो गई। तब घटिया सड़क बनाने वाले ठेकदार और अधिकारी के विरोध में उन्होंने चैपाल क्यों नहीं किया? घटिया सड़क पर टोल नाका वसूलने वाले टोल ठेकेदारों के विरोध में मोर्चा क्यों नहीं खोला कही टोल नाकों में सिवनी विधायक का शेयर तो नहीं क्योंकि भाजपा से विधायक बनने के बाद दिनेश राय मुनमुन ने अपने आय का साधन में टोल नाका ठेकेदार का व्यवसाय भी बढ़ा लिया है जिसका उल्लेख उन्होंने 2023 में दिए शपथ पत्र में भी किया।
तो सिंचाई विभाग के एक एसडीओ के पुत्र सिवनी में आकर चंद बरसो में कांग्रेस से जुड़कर अरबपति और अनेक व्यवसायो के स्वामी कैसे हो गए बतायेंगे क्या ?
07) 04 दिसंबर को किसानों का नाम लेकर अनुसूचित जाति के अधिकारी कर्मचारी और किसानों के साथ मारपीट करते समय कितने लोग गए थे उनकी पहचान की जाए ताकि पता चल सके कि किसान कितने थे और दिनेश राय मुनमुन के कितने समर्थक थे जिनके ऊपर पहले से कितने आपराधिक मामले दर्ज है।
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और लोकप्रिय नेताओ के साथ किसी कार्यक्रम में उनके समर्थको अथवा कार्यकर्ताओ का भी साथ में जाना किस कानून के तहत प्रतिबंधित है बतायेगे क्या जवाब देंगे क्या ?
घटिया सडक निर्माण पर विधायक यदि खामोश थे तो 150 साल पुरानी देश की सबसे वरिष्ठ राजनैतिक पार्टी कांग्रेस इस मामले में क्या कर रही थी बतायेंगे क्या जवाब देंगे क्या ?
08) प्रदेश भाजपा संगठन और जिला भाजपा संगठन को यह स्पष्ट करना चाहिए कि दिनेश राय मुनमुन के द्वारा किसानों का नाम लेकर जो हमला किया गया है उसमें भारतीय जनता पार्टी संगठन की स्वीकृति थी या नहीं यदि स्वीकृति नहीं थी तो क्या संगठन दिनेश राय मुनमुन के ऊपर अनुशासनहीनता की कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से अलग करेगी और यदि ऐसा नहीं है तो फिर क्या यह माना जाए कि भारतीय जनता पार्टी की दिनेश राय मुनमुन का संरक्षण है और भाजपा के संरक्षण के चलते ही दिनेश राय मुनमुन आप दबंगता दिखाते हुए अनुसूचित जाति के अधिकारियों के साथ-साथ गरीब मजदूरों के साथ मारपीट कर रहे हैं इन सवालों का जवाब भारतीय जनता पार्टी के जिम्मेदार लोगों को इस जिम्मेदारी के साथ देना चाहिए जिस जिम्मेदारी के साथ जिला कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मीडिया के सामने अपनी बात रख रही है क्या बीजेपी का संगठन इतनी हिम्मत जुटा पाएगा कि कांग्रेस के द्वारा जो प्रमाणित आरोप लगाए जा रहे हैं उनका वह खंडन दे सके।
अभी कुछ समय पहले ही दिग्विजय ंिसंह जी द्वारा कुख्यात आंतकी ओसामा बिन लादेन एवं हाफिज सईद को हाफिज साहब और लादेन जी कहकर संबोधित किया गया था तब यही प्रश्न कांगेस से क्यों नही किया गया बतायेगें क्या जवाब देंगे क्या ?