लखनादौन (मध्यप्रदेश) – इस ठंड में बीते एक पखवाड़े से लखनादौन क्षेत्र में आवारा मवेशियों का रहस्यमय तरीके से गायब होना स्थानीय जनता के बीच सनसनी का विषय बन गया है। ये मवेशी, जो आमतौर पर सड़कों और खेतों में आवारा पशु के रूप में देखे जाते थे, अचानक से नदारद हो गए हैं।
स्थानीय निवासियों के बीच चर्चा है कि कहीं ये पशु किसी कसाई गिरोह के हाथों का शिकार तो नहीं हुए? या फिर इसमें किसी बड़े गिरोह का हाथ है, जो प्रशासन या शासन की मदद से अपना काम अंजाम दे रहा ह
गायब हुए पशुओं की संख्या बढ़ने से क्षेत्र के लोग चिंतित हैं और प्रशासन से मामले की गहन जांच की मांग करने की सोच रहे हैं। यदि इस स्थिति पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह किसी बड़े पशु तस्करी गिरोह की ओर इशारा कर सकता है।
प्रशासन का क्या रुख हो सकता?
अब तक प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई ठोस बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय लोग यह मानते हैं कि अधिकारियों की चुप्पी कहीं न कहीं इस पूरे घटनाक्रम को संदेह के घेरे में ला रही है या प्रशासन अनिभिज्ञ है ।
स्थानीय नागरिकों का आक्रोश
क्षेत्र के एक निवासी ने कहा, ष्हमारे इलाके में ये आवारा मवेशी ही हमारी पहचान थे। अचानक इतने सारे जानवरों का गायब हो जाना मामूली बात नहीं है। प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
सवाल उठते हैं
आखिर ये मवेशी कहां गायब हो रहे हैं?
क्या इस मामले में किसी गिरोह का हाथ है?
प्रशासन की चुप्पी का क्या अर्थ है?
लखनादौन के लोग इस पूरे मामले की तह तक जाने और जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। यदि प्रशासन सतर्क नहीं हुआ तो यह मामला जल्द ही किसी बड़े पशु तस्करी नेटवर्क का खुलासा कर सकता है।