सिवनी – जिले की छपारा जनपद से एक अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है जहां एक व्यक्ति जिसका नाम संतराम अहिरवार बताया जा रहा है उसने अपने शिकायती पत्र में बताया है कि उसके द्वारा सीएम हेल्पलाईन लगाई गई जिसके बाद सीएम हेल्पलाईन कटवाने के लिए दबाव बनाया गया जब बात नही बनी तो नगरपालिका द्वारा उसके घर का नल कनेक्शन काट दिया गया और उसके घर के सामने जेसीबी से गडढा कर दिया गया।
यह मामला छपारा जनपद के वार्ड क्रंमाक 01 रानी दुर्गावती वार्ड का है जहां रहने वाले संतराम अहिरवार के द्वारा शिकायत की गई कि उसने सीएम हेल्पलाईन में शिकायत की जिसके बाद सीएम हेल्पलाईन कटवाने के लिए पहले तो नगरपालिका द्वारा दबाव बनाया गया जब बात नही बनी तो उसके घर का नल कनेक्शन काटते हुए उसके घर के सामने जेसीबी से गडढा कर दिया गया। इस मामले में पीडित ने बताया कि पहले वह नगरपालिका में जब वहा के सीएमओ विक्रम झारिया थे उनके समय आठ हजार महिने की नौकरी करता था जिसके बाद श्याम भारती गोस्वामी आए तो उन्होने उसे नौकरी से निकाल दिया आगे यह भी बताया गया कि उक्त पीडित निन्सा में मेट का कार्य करता था।
क्या कहते है सीएमओ श्याम भारती गोस्वामी
इस मामले में जब संवाददूत के प्रतिनिधि ने वर्तमान सीएमओ श्याम भारती गोस्वामी से बात की तो उन्होने बताया कि ग्राम पंचायत संतराम के द्वारा काम किया गया होगा लेकिन सरपंच सचिव ने संतराम अहिरवार के कोई वैधानिक दस्तावेज नगरपरिषद को नही दे पाये तो हम कैसे संतराम अहिरवार को काम पर रख लेते लेकिन संतराम की मांग थी कि उसके द्वारा ग्राम पंचायत में काम किया गया है तो उसे नगरपरिषद में काम पर रखा जाये लेकिन जब हमारे पास कोई वैध दस्तावेज है ही नही तो हम कैसे उन्हे काम पर रख लें तो वही दूसरी तरफ उनका आरोप है कि नगरपरिषद द्वारा सीएम हेल्पलाईन कटवाने का दबाव बनाया गया जब उनकी बात नही बनी तो नगरपरिषद द्वारा नल कनेक्शन काटते हुए उनके घर के सामने गडढा कर दिया गया लेकिन यह बात सही नही है अभी मार्च एकाउंट चल रहा है तो हमने लगभग 300 हितग्राहियो की लिस्ट तैयार की है जिसका बाकायदा अखबार में प्रकाशन की हमने कर ली है जिसके बाद उन्हे नोटिस देने के बाद नल की राशि जमा नही करने की स्थिति में नल कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जावेगी । रही बात संतराम के नल कनेक्शन की तो पिछले महिने से नगरपरिषद द्वारा कुल सात लोगो के नल कनेक्शन काटे गए लेकिन 6 लोगो ने टैक्स जमा कर दिया जिसके बाद उनकी लाईन जोड दी गई जिसमें संतराम अहिरवार का लगभग 6000 नल का टैक्स बाकी था जिसे जमा करने बार – बार कहने पर भी जब इनके द्वारा जमा नही किया गया तो फिर नल कनेक्शन काटने की कार्रवाई की गई जिसके बाद जेसीबी से काम के दौरान कोई पाईन लाईन खिच गई होगी। रही बात संतराम अहिरवार को नौकरी से निकालने की तो मैने 10 जून 2022 से अभी तक उसका चेहरा तक नही देखा तो फिर काम से निकालने का सवाल ही पैदा नही होता। सब मामले को दूसरी दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है।