सहायक आयुक्त कार्यालय सिवनी में भ्रष्टाचार के आरोपी बाबू यशवंत नागभीरे को पुनः मलाईदार शाखा देने की चर्चाएं गर्म
’आखिर यशवंत नागभीरे पर क्यों मेहरबान है सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम’

सिवनी – सहायक आयुक्त कार्यालय सिवनी के दिन ब दिन नए-नए किस्से सुने देते हैं ऐसी ही कुछ चर्चाएं सिवनी जिला कार्यालय में पदस्थ यशवंत नगभीरे को लेकर चैक चैराहों और पानठेलो सुनी जा रही है।
अनुकंपा नियुक्ति में नियमों को दरकिनार कर भारी अनियमितता
चल रही चर्चाओं की माने तो पूर्व में सहायक आयुक्त कार्यालय में हुई अनुकंपा नियुक्ति में नियमों को दरकिनार कर भारी अनियमितता बरतते हुए,अपात्र उम्मीदवारों को नियुक्ति दी गई है जिसकी जांच भोपाल स्तर पर शिकायत के बाद जिला कलेक्टर के माध्यम से अग्रिम कार्यवाही हेतु जांच प्रतिवेदन भोपाल भेज दिया गया है जिसमें दोषियों पर बड़ी कार्यवाही होना सुनिश्चित है।
अनुकम्पा नियुक्तियों में बड़े स्तर पर लेनदेन के साथ अपात्रों को नियुक्तियो पर उठे सवाल
उक्त चर्चाओं में इन अनुकम्पा नियुक्तियों में बड़े स्तर पर लेनदेन किया जाकर अपात्रों को नियुक्तियां प्रदान की गई है।
सहायक आयुक्त के विशेष कृपापात्र लिपिक यशवंत नागभिरे
उक्त पूरे मामले में सहायक आयुक्त के विशेष कृपापात्र माने जाने वाले उक्त नियुक्तियो के दौरान स्थापना शाखा का प्रभार संभालने वाले लिपिक यशवंत नागभिरे पर बड़ी कार्यवाही प्रस्तावित है, ऐसे में यशवंत नागभिरे को छात्रावास शाखा जिसे मलाईदार शाखा माना जाता है देने की तैयारी चल रही है। यदि यशवन्त नागभिरे को सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम पुनः ऐसा मलाईदार शाखा का प्रभार सौंपते है तो यक्ष प्रश्न जरूर उठेगा कि जहां मोहन सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त नीति अपना रही है वहां एक बाबू पर सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम क्यों मेहरबान है।