सिवनी – देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी द्वारा उनके कार्यकाल में पूरे देश भर में सडको का जाल बिछा दिया गया जिसके तहत प्रत्येक शहर से गाॅव तक सडको को जोडा गया जिससे पूरे देश में व्यापार उद्योग एवं लोगो का शहरो से जुडाव सरल हो गया इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो में रह रहे ग्रामीणो को बीमारी की हालत में ईलाज के लिए शहर के चिकित्सालय में लाना मुश्किल होता था सडको के बनने से एम्बुलेसं का गाॅवो तक पहुॅचना सरल हो गया और बीमार मरीजो को ईलाज भी मिलना संभव हो सका। लेकिन आज भी लापरवाह अधिकारियो कर्मचारियो और जनप्रतिनिधियो की उदासीनता के चलते सडके नही बन पाने के कारण नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर है कुछ ऐसा ही सिवनी के आदिवासी बहुल विकासखंड घंसौर के अंतर्गत छीतापार ग्राम की जर्जर कच्ची सड़क बारिश में कीचड़ में तब्दील हो गई है, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों की लंबे समय से अनदेखी होती देख मंगलवार दोपहर 12 बजे आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने मंडला-लखनादौन मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
चक्काजाम की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे एसडीएम बिसन सिंह गोंड, नायब तहसीलदार वैशाली अग्रवाल, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह झरिया और अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश दी। अधिकारियों के आश्वासन के बाद लगभग आधे घंटे बाद जाम समाप्त किया गया।

बदहाल सड़क बनी लोगों की मुसीबत
ग्रामीण श्याम सिंह उइके, राजेश यादव, अंकित सक्सेना, कन्हैया तिवारी, छोटू उइके, श्याम सुंदर धुर्वे, मंगल सिंह अड्याम सहित अन्य लोगों ने बताया कि मुख्य सड़क से गांव तक 1 किलोमीटर का मार्ग पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो गया है। बाइकें फिसल रही हैं, और रोजाना कोई न कोई हादसा हो रहा है।गांव के लोगों ने बताया कि स्कूल जाने वाले बच्चों को फिसलन भरी सड़क से गुजरना पड़ता है, जिससे रोजाना गिरने की घटनाएं हो रही हैं। गर्भवती महिलाओं और बीमारों को अस्पताल पहुंचाना चुनौती बन गया है, क्योंकि एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पा रही है।
प्रशासन ने दिया जल्द समाधान का आश्वासन
एसडीएम बिसन सिंह गोंड ने मौके पर ग्रामीणों को बताया कि उनकी समस्या को गंभीरता से लिया गया है और विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर वैकल्पिक रास्ता बनाने व स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।







