अधिकारी नही सुन रहे किसी की.मनमर्जी से हो रहे काम

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सिवनी – गत अनेक वर्षो से लोग अपनी दंबगता कहे या राजनीतिक पकड या अधिकारियो की सांठगांठ किसी की मजबूरी फायदा कहे या बेशर्मी के चलते अतिक्रमणकारी लोग शासकीय भूमि पर कब्जा कर उसका दोहन किये जा रहे है इस तरह की शिकायते प्रति मंगलवार को डीएम आफिस में होने वाली जनसुनवाई में आती है जिसपर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर द्वारा सबंधित अधिकारियो को कहा भी जाता है लेकिन अधिकारी उस आदेश को कैसे हवा में उडाते है।
पाॅच – पाॅच बार नोटिस के बाद भी नही हटा अतिक्रमण
इसका उदाहरण देखने को मिला गत अनेक वर्षो से भैरोगंज जिंदल हास्पिटल के पीछे सोहन कुशवाहा नामक व्यक्ति के द्वारा शासकीय मद की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया गया जिससे अनेक लोगो आना – जाना रहता है जिस पर अतिक्रमणकारी द्वारा बाकायदा फैंसिग कर उस पर सब्जी भाजी उगाने का कार्य किया जा रहा था जिसकी शिकायत बाकायदा नगर के ही एक प्रतिष्ठित नागरिक संजय तिवारी द्वारा की गई जिसकी सीएम हैल्पलाईन पर भी शिकायत हुई मीडिया में खबरें छपी जिसके बाद अधिकारियो ने कहा यह मामला नगरपालिका का है नगरपालिका गए तो उन्होने कहा यह तहसील का है ऐसी टालामटोली लगभग 1 दो साल चलती रही जिसके बाद कांग्रेस के नपा अध्यक्ष शफीक खान भी मौके पर गए लेकिन उनका जाना भी सार्थक नही रहा उस समय एक वकील साहब पहुॅच गए क्या बातचीत हुई उन दोनो के बीच नही पता जिसके बाद अतिक्रमणकारी को पाॅच नोटिस दिए गए लेकिन उसके बाद अतिक्रमण को हटाने प्रशासन का कोई अमला नही गया। लेकिन आज भी वह अतिक्रमणकारी शासकीय भूमि पर काबिज है।
ज्यादा बारिश हो गई इसलिए अतिक्रमण नही हटा
इसके बाद दूसरा मामला आपको बता दें कार्यालय नायब तहसीलदार सिवनी वृत्त बंडोल 273 क्रमांक / ना.तह / री०बंडोल/2025 सिवनी दिनांक 03/072025 प्रकरण क्रमांक 0017/मद अ-68/2024-2025 आदेश दिनांक 02/06/2025 अंतर्गत ग्राम खैरीकला, पटवारी हल्का नंबर 16, राजस्व निरीक्षक मण्डल बंडोल, तहसील एवं जिला सिवनी में स्थित खसरा नंबर 85, रकबा 0.44 हेक्टेयर शासकीय भूमि मरघट हेतु दर्ज है, जिसमें से 0.43 हेक्टेयर भूमि पर अनावेदक हजारीलाल बघेल पिता भूपसिंह, जाति बागरी, निवासी खैरीकला द्वारा गेहूं की फसल बोकर अवैध अतिक्रमण किया गया है। जिसे म.प्र. भू-राजस्व संहिता की धारा 248(1) के अंतर्गत अनावेदक को दोषी पाते हुए 2000 – (दो हजार रुपये) अर्थदण्ड आरोपित किया गया है एवं भूमि से बेदखल किये जाने हेतु आदेशित किया गया है। स्थल पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही दिनांक 08 जुलाई 2025 के लिए निम्नलिखित दल का गठन किया जाता है जिसके लिए धीरेन्द्र सिंह गुमास्ता, राजस्व निरीक्षक बंडोल दल प्रभारी,श्रीमती दर्शना चैरसिया, पटवारी, नितेश ठाकुर, पटवारी,दीपक मेश्राम, पटवारी, विपिन मर्सकोले, पटवारी नायब तहसीलदार सिवनी अनुविभागीय अधिकारी महोदय (राजस्व) की ओर सूचनार्थ,अनुविभागीय अधिकारी महोदय (पुलिस) की ओर सूचनार्थ ,तहसीलदार महोदय सिवनी की ओर सूचनार्थ ,राजस्व निरीक्षक बंडोल तह० व जिला सिवनी को सूचनार्थ प्रेषित द्य आप नियत दिनांक को थाना प्रभारी बंडोल से आवश्यक पुलिस बल प्राप्त कर उक्त भूमि का अतिक्रमण हटाने का कार्य सुनिश्चित करे ।
संबंधित थाना प्रभारी, लखनवाडा को निर्देशित किया जाता है कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु पर्याप्त पुलिस बल मौके पर उपलब्ध कराएं।
ग्राम भाटीवाड़ा के सचिव एवं सरपंच को निर्देशित किया जाता है कि वे अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के समय मौके पर उपस्थित रहें तथा श्रब्ठध्ट्रैक्टर की व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे कार्रवाई में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। नायब तहसीलदार नायब तहसीलदार सिवनी – सिवनी के द्वारा यह पत्र जारी किया जाता है जिसके बाद जिस तारीख को अतिक्रमण हटाने का आदेश हुआ था जब हमारी बात टीम के प्रभारी हेमेन्द्र गुमास्ता से बात की गई तो उन्होने बताया कि उस दिन बारिश हो गई थी इसलिए उस जगह तक वाहन नही पहुॅच पाते इसलिए अब उसकी नई तारीख तय की जायेगी आगे जब उनसे पूछा गया कितने महिने और लगेंगें अतिक्रमण हटाने में तो उनका जवाब था एक सप्ताह में हो जायेगा अब देखना बाकी है कि इस काम को कितने दिन अधिकारी खीचते है।

पटवारी साहब को 40 किलोमीटर दूर से आने में लग गए चार दिन
तीसरा मामला अलोनिया का था जहां एक व्यक्ति मदिर परिसर में पेड पौधे लगाकर उसकी रक्षा के लिए तार की फैंसिग कर रहा था जिस पर पडोसी के द्वारा व्यवधान पैदा किया जा रहा था जिसकी अनुमति के लिए आवेदक ने आवेदन किया जिसके बाद पता चला कि पटवारी साहब का कुरई से ट्रासंफर बंडोल वृत्त को हुआ है उक्त आवेदन को पटवारी साहब को तहसील में बैठे अली बाबू के द्वारा व्हाटशाप किया जाता है तब पटवारी साहब कहते है मुझे नही मिला ऐसा करते – करते तीन दिन बीत जाते है पटवारी साहब तीन दिनो में 40 किलोमीटर का सफर तय नही कर पाये जिसके बाद सोमवार को फोन लगाया गया तो पटवारी साहब का जवाब था मै गमी में हूॅ आज काम नही होगा जिसके बाद दूसरे दिन मंगलवार को पटवारी साहब कहते है आज मींिटग है जिसके बाद पटवारी साहब को घर के रूठे हुए दामाद की भाॅति मनाया जाता है जिसके बाद पटवारी साहब मौके पर जाते है और क्या कार्रवाई की पता नही ऐसा करते – करते एक छोटे से काम को पटवारी साहब ने एक सप्ताह बिता दिया।
क्या यही सपना देखा था हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री ने
अब आप सोचिए क्या ऐसे ही चलेगा देश क्या यही सपना देखा था हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी ने जो सरकारी काम सरकारी लालटेन और सरकारी तेल से करते थे और निजी काम निजी लालटेन और निजी तेल से करते थे लोगो ने सोचा था मोदी सरकार आयेगी तो देश की दशा सुधरेगी लेकिन वर्तमान में देखा जाये तो शासकीय अधिकारी कर्मचारी बेकाबू हो चुके है एक छोटे से काम को सालो और महिनो बीता देते है लेकिन काम नही होता उसके बदले नये – नये बहाने बनाये जाते है।
कठोर कानून बने तभी ठीक होंगे अधिकारी सरकार को लेने होंगे कठोर निर्णय
क्यो ना सरकार भी ऐसा कानून बना दें कि जितना काम उतना पैसा तब जाकर अधिकारी कर्मचारी आफिस में बैठकर कुर्सी तोडना बंद कर देंगे। क्या बारिश किसानो के लिए नही होती क्या मजदूरो के लिए नही होती गरीबो के लिए नही होती इन अधिकारियो को तो बहाना चाहिए काम नही करने का कभी तेज गर्मी का तो कभी तेज ठंड का तो कभी तॅूफान का तो कभी तेज बारिश का ऐसे ही बहाने बनाकर आखिर यह टाला मटोली का खेल कब तक चलता रहेगा।
सरकार का भय नही है अधिकारियो को इसलिए करते है मनमुताबिक काम
सरकार को चाहिए अधिकारियो और कर्मचारियो के लिए काम करने के कठोर कानून बनाये जाए ताकि समयवाधि में इनको दिया गया कार्य पूर्ण हो अन्यथा इनके वेतन में कटौती की जाये जितना काम उतना पैसा दूसरी बात इन्हे भय नही होता किसी बात का सोचते है आखिर हमारा क्या होगा ज्यादा से ज्यादा ट्रासंफर हो जायेगा एकाध दिन की पेमेंट कट जायेगी इससे हमारा क्या बिगडने वाला लेकिन इस बात को गंभीरता से सरकार को लेना होगा कि आखिर सरकार इन्हे किस बात की तनख्वाह देती है इन्हे जनता के काम करने का पैसा मिलता है अपराधी और भ्रष्टाचारी इनका घर चलाते है जो चंद रूपयो की खातिर बिक जाते है।