जिला सिवनी (म.प्र.) जनजातीय कार्य विभाग भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं जनजातीय गौरव दिवस 2025

दिनांक 15 नवंबर 2025 जनजातीय गौरव दिवस की रूपरेखा

जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती के समापन वर्ष पर पाँचवाँ जनजातीय गौरव दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत 01 नवम्बर 2025 से 15 नवम्बर 2025 तक देशभर में “जनजातीय गौरव पखवाड़ा” मनाया जा रहा है।

इस अवसर पर राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव रथ यात्रा का शुभारंभ भोपाल से किया गया है, जो छिंदवाड़ा मार्ग से होती हुई 12 नवम्बर 2025 को सिवनी जिले की सीमा में पहुंची। इसके पश्चात रथ यात्रा घंसौर क्षेत्र से होकर मंडला जिले की ओर प्रस्थान करेगी तथा 15 नवम्बर 2025 को जबलपुर में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम में पहुंचेगी। साथ ही जिला सिवनी में 11 नवम्बर 2025 को माननीय विधायक एवं कलेक्टर द्वारा जिला स्तरीय रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। यह रथ यात्रा जिले के समस्त ग्रामों में भ्रमण करते हुए भगवान बिरसा मुंडा के जीवन परिचय, विचार एवं जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास का प्रसार करेगी तथा शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुँचाएगी। इसके अतिरिक्त, जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम जबलपुर में माननीय मुख्यमंत्री महोदय की अध्यक्षता में आयोजित किया जाएगा, वहीं जिला स्तरीय कार्यक्रम मिशन ग्राउंड, सिवनी में सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है।

जनजातीय कार्य विभाग की योजनाएं

प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) – प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाअभियान का शुभारंभ प्रदेश के पी.वी.टी.जी. जिलों में 15 नवम्बर 2023 से किया गया। सिवनी जिला फरवरी 2024 से इस योजना में सम्मिलित हुआ। जिले में कुल 86 पी.वी.टी.जी. बसाहटें और 1,615 परिवार, जिनकी कुल जनसंख्या 5,949 है। इनमें 648 बैगा परिवार (जनसंख्या 2,274) और 967 भारिया परिवार (जनसंख्या 3,675) सम्मिलित हैं। इस अभियान के तहत आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), समग्र आईडी तथा अन्य नागरिक सेवाओं से संबंधित शिविर आयोजित कर लाभान्वित किया गया है। साथ ही पीएम जनमन अंतर्गत जिले में एवं 855 प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए।

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान – धरती आबा अभियान के अंतर्गत जिले के 8 विकासखण्डों के कुल 397 ग्रामों को योजना में सम्मिलित किया गया है। योजना का उद्देश्य जनजातीय बहुल्य ग्रामों में बुनियादी सुविधाएँ सुदृढ़ कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। आदि कर्मयोगी अभियान – इस अभियान के अंतर्गत जिले में 452 “आदि सेवा केंद्र” स्थापित किए गए हैं, जो ग्रामीण स्तर पर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रमुख इकाई के रूप में कार्य कर रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), समग्र आईडी तथा अन्य नागरिक सेवाओं से संबंधित शिविर आयोजित किए गए। साथ ही समग्र e-KYC, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ भी पात्र जनजातीय परिवारों को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे शासन की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्राम स्तर पर ही सुनिश्चित हो सके।

जिला स्तरीय प्रमुख उपलब्धियाँ – जिले में जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को उत्कृष्टीय शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से कुल 140 छात्रावास एवं आश्रम शालाएँ संचालित हैं, जिनमें 7,033 विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिले में 06 विशिष्ट आवासीय संस्थाएँ संचालित हैं जिनमें 04 माता शबरी कन्या शिक्षा परिसर, 01 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय एवं 01 क्रीड़ा परिसर सम्मिलित हैं, जहाँ कुल 1,900 विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। जिले में 119 हायर सेकेंडरी एवं हाई स्कूल संचालित हैं, जिनमें से 06 विद्यालयों को सांदीपनि विद्यालय में उन्नत किया गया है। बस्ती विकास योजना – बस्ती विकास योजना के तहत विगत वर्ष जिले में जनजातीय मजरे-टोलों में ₹162.91 लाख की राशि से 16 अधोसंरचनात्मक कार्य संपादित किए गए। वन अधिकार अधिनियम – वन अधिकार अधिनियम, 2006 के अंतर्गत कुल 4,577 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र एवं 3,090 सामुदायिक वन अधिकार पत्र जारी किए गए हैं। साथ ही पात्र परिवारों को सिंचाई सुविधा, पशुपालन, सौर ऊर्जा, नलकूप आदि योजनाओं में भी लाभान्वित किया गया है। स्वरोजगार योजना वित्तीय वर्ष 2024-25 में भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना में 45 ऋण प्रकरण एवं टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना में 113 ऋण प्रकरण वितरित किए गए। इन योजनाओं के माध्यम से जनजातीय युवाओं को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता के अवसर प्राप्त हुए हैं।