हिन्दू संगठनों ने एफआईआर व गिरफ्तारी की मांग उठाई
विधायक कमल मर्सकोले ने वन विभाग अधिकारियों को लगाई फटकार
सिवनी ( बरघाट ) – बरघाट थाना क्षेत्र के ग्राम बेहरई वन डिपो के पास स्थित लगभग 50 वर्ष पुराने प्राचीन हनुमान मंदिर में वन विभाग द्वारा की गई कथित तोड़फोड़ को लेकर ग्रामीणों, विश्व हिन्दू परिषद एवं हिन्दू संगठनों में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों के अनुसार बीते 2 – 3 महीनों से मंदिर परिसर में एक बाबाजी निवास कर रहे थे। 14 नवंबर को वन विभाग के एसडीओ अनिल क्षत्रिय, रेंजर दिनेश झारिया, रवि गेडाम, पिचले, शैलेन्द्र परते, डिप्टी रेंजर मसराम सहित नाकेदारों व चैकीदारों की टीम मंदिर पहुँची और टीन शेड, घंटा, पूजा सामग्री, दानपेटी, कलश, सोलर पैनल सहित अन्य सामग्री हटाते हुए जप्त कर ली। साथ ही उपस्थित पुजारी को अभिरक्षा में ले लिया गया।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग ने न तो राजस्व विभाग को सूचना दी और न ही पुलिस को अवगत कराया। मौके पर अभद्र व्यवहार और गाली-गलौज के भी आरोप लगाए गए हैं।
घटना की जानकारी पर बरघाट विधायक कमल मर्सकोले मौके पर पहुँचे और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि बिना विभागीय समन्वय और धार्मिक सम्मान का ध्यान रखे कार्रवाई करना गंभीर लापरवाही है। उन्होंने मंदिर को पूर्व स्थिति में बहाल करने और दोषियों पर कार्रवाई की माँग की।
इस घटना से नाराज विश्व हिन्दू परिषद व हिन्दू समाज ने बरघाट थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपते हुए संबंधित वन अधिकारियों,कर्मचारियों पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की माँग की जिसके बाद पुलिस ने मंदिर तोडने के आरोपियों के खिलाफ जाॅच प्रारंभ कर दी है । इसके साथ ही कुछ कर्मचारियो और अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई भी की गई हैा ज्ञापन देते समय विश्व हिन्दू परिषद प्रांत धर्मप्रसार प्रमुख दिग्विजय सिंह, जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह चैाहान, जिला सह मंत्री दीपक यादव, बजरंग दल जिला संयोजक माधव दुबे, सह संयोजक अतुल निर्मलकर तथा बरघाट प्रखंड संयोजक रंजीत धुर्वे उपस्थित रहे।








