सिवनी – नगर के डूंडासिवनी बरघाट रोड में साहू आॅटा चक्की के पास षिवपुराण ज्ञानयज्ञ का कार्यक्रम मारूति महिला मंडल समीति द्वारा जनसहयोग से किया जा रहा है जिसमें कथाव्यास संतोश कृश्ण षास्त्री एवं प्रवचनकर्ता बाल विदुशी प्राची देवी द्वारा 12 मई से 23 मई तक यह कार्यकम चलता रहेगा इस कार्यकम में मुख्य यजमान के रूप में दिलीप यादव,श्रीमति सरोज यादव एवं जमुना प्रसाद सनोडिया श्रीमति आषा सनोडिया है कथा के पाॅचवे दिन कथाव्यास ने भगवान षिव के प्रसंगो पर चर्चा करते हुए बताया कि भगवान ने कभी भी किसी भी नषीली चीजो का सेवन नही किया इसके अलावा भगवान षिव ने प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने के लिए अपने परिवार को ऐसी कडी में संजोने का प्रयास किया जैसे भगवान षिव के गले में सर्प विद्यामान रहता है और भगवान गणेष का वाहन चूहा जबकि सर्प के सामने चूहा आ जाये तो सर्प कभी भी चूहे को नही छोडेगा तो वही दूसरी तरफ कर्तीकेयजी का वाहन मोर है और मोर के समक्ष सर्प आ जाये तो मोर कभी भी सर्प को जिंदा नही छोड सकता तो वही माता पार्वती का वाहन षेर है तो वही भगवान षिव का वाहन नंदी है यदि षेर के सामने बैल आ जाये तो कभी भी षेर उसे भी खा जायेगा कुछ इस तरह भगवान षिव ने सभी को अपने परिवार में स्थान देकर यह संदेष देने का प्रयास किया है कि हमे समाज में किस तरह रहना चाहिए इस अवसर पर बाल विदुशी प्राची देवी ने बताया कि आज के आधुनिक युग में बच्चो को भी सनातन धर्म के धर्म ग्रन्थो के बारे में जानकारी रखना चाहिए बच्चे जितना मोबाइल आदि का उपयोग करते है उतना ही देष दुनिया के अलावा अपने धर्म ग्रन्थो की भी जानकारी होना चाहिए हमें 200 प्रतिषत जीवन जीना चाहिए अर्थात 100 प्रतिषत आध्यात्मिक और 100 प्रतिषत भौतिक इस तरह हमें 200 प्रतिषत जीवन जीना चाहिए तभी हम अपना और अपने देष राश्ट्र का कल्याण कर सकते है इस अवसर पर कथा सुनने सैकडो की संख्या में माताऐ बहने बच्चे पहुॅचकर कथा श्रवण कर रहे है जो कि रोज नियमित रूप से दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक एवं सुबह 6 बजे से 8 बजे तक रूद्राभिशेक का कार्यक्रम किया जा रहा है। इस कार्यकम में महिला मंडल की षांति बाई दुबे,रेखा ठाकुर,सकुन तिवारी,रमादेवी बाई हीराकली पांडे,आषा सनोडिया,अनुसुईया डहेरिया के अलावा समस्त महिला महिला का भरपूर योगदान प्राप्त हो रहा है।