डूंडा सिवनी में विराजित होंगी 51 शक्तिपीठ की 51 मां दुर्गा ।

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सिवनी – मृत्युंजय शारदा उत्सव समिति राम नगर डूंडा सिवनी के दुर्गा उत्सव पंडाल में इस वर्ष पौराणिक शास्त्रों में वर्णित दुनिया के 51 शक्तिपीठों की मां दुर्गा के  51 रूपो की प्रतिमा विराजित होंगी, इसके लिए  समिति के सदस्यों ने पंडाल में तैयारियां शुरू कर दी है। सिवनी के 4 मूर्तिकार मूर्तियां बना रहे है , इस बड़ी व्यवस्था में 10000 स्क्वायर फिट का वर्षा रोधी पंडाल बनाया जा रहा है , इस पंडाल में मैहर की मां शारदा की विशाल प्रतिमा के साथ साथ भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश में स्थित सभी 51 शक्ति पीठों की प्रतिमाओं जैसी दिखने वाली प्रतिमाओं को रखा जाएगा , इसके साथ साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं जस प्रतियोगिता का आयोजन समिती इस वर्ष कर रही है ,

पौराणिक कथाओं के अनुसार दक्ष प्रजापति द्वारा आयोजित यज्ञ में अपने पति शिव जी को आमंत्रित नहीं किए जाने के  विरोध में मां सती के द्वारा यज्ञ अग्नि में प्रवेश कर लिया गया था , जिससे क्रोधित शिव जी ने मां सती के जलते शव को अपने कंधों में रखकर तांडव करना प्रारंभ कर दिया था, जिससे पृथ्वी में प्रलय जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी, इस स्थिति से संसार को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने मां सती के शव पर सुदर्शन चलाकर उन्हें 51 भागो में विभाजित कर दिया , इस तरह जहां जहां मां सती के अंग और आभूषण गिरे, उन स्थानों को शक्तिपीठ कहा गया , और प्रत्येक शक्तिपीठों में शिव जी के अंश के रूप में भैरव के अनेक रूप भी स्थापित है ,  देश विदेश के दुर्गम इलाको में स्थित इन सभी शक्तिपीठों के दर्शन कर पाना सभी सनातनियों के लिए संभव नहीं हो पाता इसलिए इस बार मृत्युंजय शारदा उत्सव समिति  समस्त डूंडा सिवनी वासियों के सहयोग से 51 शक्तिपीठों की प्रतिमाओ को सिवनी नगर वासियों के दर्शनार्थ स्थापित कर रही है ।