सिवनी – पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन में साइबर सेल की रिसर्च व एनालिसिस टीम निरीक्षक ओमेश्वर ठाकरे (प्रभारी साइबर सेल), एएसआई देवेंद्र जायसवाल (साइबर एक्सपर्ट), आर.अजय बघेल,आर. विनय चौरिया द्वारा आम जनों को साइबर संबंधित अपराधों से बचाव के सम्बन्ध में विशेषकर वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के गलत उपायों द्वारा फ्रॉड के जो तरीके अपनाएं जा रहें हैं, उनको लेकर सचेत होने और साइबर अपराधियों द्वारा तरीका व वारदात को लेकर आगाह किया जा रहा हैं…उक्त घटनाओं के मद्देनजर निम्न प्रकार के तरीकों से धोखाधडी की जा रही है… अत: सावधान रहें सावधानी का पालन करें, जैसे
AI का इस्तेमाल कर डीपफेक फ्रॉड के माध्यम से हो रहे बैंक फ्रॉड।

वर्तमान समय में पूरी दुनिया में इस समय AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बौद्धिक)का क्रेज है आम जन
ए आई चैट बॉट और टेक्नोलॉजी से अपने सारे काम कर लेना चाहती है, इस टेक्नोलॉजी ने जहां एक तरफ लाइफ आसान बनाई है, वहीं यह अपने साथ एक मुसीबत भी लेकर आई है डिजिटल फ्रॉड किसी टेक्नोलॉजी की सहायता से डीप फेक का इस्तेमाल कर लोगों की जेब हल्की कर धोखा धड़ी कर रहे हैं।डीप फेक स्कैम कैसे पहचाने-? कॉलर की आवाज थोड़ी बदली हुई होती है, कॉलर आपसे पर्सनल और जरूरी जानकारी मांगता है, कॉलर पैसे की मदद मांगेगा या कुछ अलग बरताव करेगा, अगर आप कॉल वेरीफाई करने की बात करेंगे तो आपको सही जवाब नहीं देगा।

कैसे बचें? किसी भी अनजान व्यक्ति/फंड में ट्रांसफर करने के पहले उसे एक बार दोबारा चेक कर लें।कभी भी अपनी पर्सनल इंफॉर्मेशन जैसे- क्रेडिट कार्ड की जानकारी, ओटीपी, सीवीवी आदि किसी को शेयर न करें।सोशल मीडिया पर अकाउंट को प्राइवेट रखें। और ये भी देखें कि कोई अनजान व्यक्ति आपके फोटो, वीडियो आदि न देख पाए।डीपफेक टेक्नोलॉजी और लेटेस्ट साइबर फ्रॉड्स को लेकर सजग रहें और जानें कि कैसे ये आपको शिकार बनाते हैं।सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी या फोटो फॉरवर्ड करने से बचें।साइबर फ्रॉड का शिकार होने की दशा में www.cybercrime.gov.in पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराएं. इसके अलावा आप 1930 पर भी संपर्क कर सकते हैं।