सिवनी – दिनाँक 11.08.2024 को वन विभाग का एक सुरक्षा श्रमिक गजानंद राहंगडाले व्दारा पुलिस को सूचना दी जाती है कि फारेस्ट बीट छिड़ीया कक्ष क्रमाँक आर.एफ.33 कालीछापर का जंगल ग्राम सेलुआ में नाले के किनारे ताजी खुदी हुई मिट्टी किसी चीज के ऊपर ढकी हुई मालूम पड रही है जिसमें किसी के शव होने की शंका पर मौके पर पहुँचकर कार्यपालक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मिट्टी को खुदवाकर देखा गया तो मिट्टी के नीचे मृतक हरिचंद टेकाम पिता टेकचंद टेकाम उम्र 45 साल निवासी पाँडरवानी थाना अरी का शव पाया जाता है जिसे किसी अज्ञात आरोपी व्दारा मृतक के माथे पर किसी कठोर वस्तु से मारने से गंभीर चोट के कारण मृत्यु करने हो जाने से साक्ष्य छुपाने के उददेष्य से शव जमीन में दफन कर देना पाये जाने से मौके पर सूचनाकर्ता की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूध्द अपराध क्रमांक 339/2024 धारा 103 (1), 238 भारतीय न्याय संहिता का पंजीबध्द किया जाकर किया जाकर विवेचना में लिया गया। अब पुलिस के लिए बहुत बडी मुष्किल खडी हो गई कि आखिर किसने टेकचंद टेकाम को मौत के घाट उतारने के बाद आखिर उसके द्वारा सबूत छिपाने के उददेष्य से आखिर उसने उसे दफन भी कर दिया यह पुलिस के लिए बहुत बडी चुनौती थी पुलिस भी कहा हिम्मत हारने वाली थी पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) सिवनी के निर्देशन में कार्यवाहक निरीक्षक किशोर कुमार वामनकर व्दारा अपने साथियो के साथ विवेचना प्रकरण के अज्ञात आरोपी की तलाश पतासाजी षुरू कर दी जिसके बाद आरोपी बलराम उर्फ बल्लू उइके पिता बोहरन उइके उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम सेलवाकलां थाना डूण्डासिवनी जिला सिवनी को 48 घण्टों के अंदर गिरफ्तार किया जाकर अंधे हत्याकाण्ड का खुलासा किया गया जब आरोपी से पुलिस पूछताछ करती है वह बताता है कि पुराने पैसो के लेन को लेकर आरोपी ने मृतक के सिर पर पत्थर मारकर हत्या करना एवं साक्ष्य छुपाने के उददेष्य से शव को जमीन में दफना देने की बात स्वीकार किया गया है। आरोपी के व्दारा घटना में प्रयुक्त पत्थर एवं फांवड़ा को आरोपी के कब्जे से पुलिस ने जप्त किया है। इस पूरे कार्य में रात दिन मेहनत कर कार्य मे सफलता हासिल करने वालो में पुलिस के कार्य. निरीक्षक किशोर कुमार वामनकर, उपनिरी. अर्पित भैरम, प्र. आर. 450 मुकेश गोण्डाने, प्र.आर. 366 शेखर बघेल, आर. 699 सीताराम जावरे, आर. 290 हिमेन्द्र सहारे, आर. 345 धरमचंद सिंह, आर. 150 रवि धुर्वे, सैनिक 184 वकील खान, नगर रक्षा समिति सदस्य सतेन्द्र ठाकुर उमेश प्रजापति का योगदान सराहनीय रहा।