अभिमन्यु और निर्भया बनने का विद्यार्थियों ने लिया संकल्प ,पुलिस विभाग द्वारा बड़े मिशन स्कूल में किया गया आयोजन

सिवनी – महिला सुरक्षा शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश से नवरात्रि पर्व के अवसर पर महिला सुरक्षा के उद्देश्य से मैं हूं अभिमन्यु कार्यक्रम के 10 दिवसीय अभियान के ”सातवे दिवस“ जिला मुख्यालय सिवनी के मिशन बालक उ.मा. विद्यालय सिवनी के युवा छात्र छात्राओं के मध्य हुआ मातृ शक्ति/युवा शक्ति जनजागरूकता कार्यक्रम मैं अभिमन्यु हूं और मैं निर्भया हूं। उप पुलिस अधीक्षक महिला सुरक्षा प्रदीप वाल्मीकि, थाना प्रभारी अजाक निरीक्षक अनंती मर्सकोले, महिला थाना से प्रभारी निरीक्षक नेहा राहंगडाले एव निर्भया मोबाइल स्टॉफ की सक्रिय भागीदारी से मैं अभिमन्यु हूं और मैं निर्भया हूं कार्यक्रम के माध्यम से सशक्तिकरण का विशेष प्रयास किया जा रहा है। महिला सुरक्षा शाखा सिवनी के प्रभारी तथा में हूं अभिमन्यु महिला सुरक्षा कार्यक्रम के जिला सिवनी के नोडल अधिकारी प्रदीप वाल्मीकि ’सतपुड़ा सिंघम ’उप पुलिस अधीक्षक (कार्यवाहक) आज बड़े मिशन स्कूल सिवनी में छात्र छात्राओं के मध्य टी.आई. अजाक अनंती मर्सकोले ने महिला अपराध रोकथाम हेतु महत्वपूर्ण जानकारी प्रदाय किया विशेष जागरुकता अभियान “मैं हूं अभिमन्यु” जो की मातृशक्ति/महिला सशक्तिकरण की अभिनव पहल है। सर्वप्रथम शाला के प्राचार्य रॉबिन मसीह द्वारा प्रदीप वाल्मीकि, एम.एस. सिंह द्वारा टी.आई. अनंती मर्सकोले एवं एस. गायकवाड द्वारा नेहा राहंगडाले का पुष्पमाला से स्वागत किया गया। अपने उदबोधन में प्रदीप वाल्मीकि ने मैं हूं अभिमन्यु कार्यक्रम से आज के नव युवकों खासकर 16 से 25 वर्ष की उम्र के नौजवानों में ऐसा जोश भरना है जिससे की वे महिला अपराध मुक्त समाज निर्माण में सैनिक के रूप में कार्य करे लैंगिक भेदभाव, सामाजिक कुरीतियां, बाल विवाह, दहेज प्रथा, बेटा बेटी का फर्क बेटियों को समाज में समान भागीदारी न देना, महिलाओ के प्रति संवेदनहीनता , अंधविश्वास, अशिक्षा, युवा वर्ग द्वारा नशा करना, उपरोक्त तरह के स्त्री प्रगति बाधक चक्रव्यूह के जाल से महिला वर्ग को उबारकर अभिमन्यु के रूप में महिला सम्मान /महिलाअपराधमुक्त/भयमुक्त/शोषण मुक्त समाज निर्माण करना है द्वारा नशा करना, उपरोक्त स्त्री प्रगति बाधक चक्रव्यूह के जाल से महिला वर्ग को उबारकर युवा वर्ग अभिमन्यु के रूप में कुचक्र को तोड़कर महिला सम्मान /महिला अपराध मुक्त/भय मुक्त/शोषण मुक्त समाज निर्माण करने में योगदान करे यही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजन का दायित्व एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी अमीन यू. खान एवं एन.सी.सी. अधिकारी लक्ष्मण पटले को दिया गया जिससे कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। इस अवसर पर शाला स्टाफ से गजा़ला अंजुम, अपर्णा दुबे, जागृति राय, प्रिया मिश्रा, महिमा पवार, वर्षा त्रिपाठी, अपूर्व वर्मा, लक्ष्मी साहू, अपूर्वा शिंदे, नेहा सनोडिया एवं भृत्यों का योगदान सराहनीय रहा।