सिवनी – जनपद पंचायत जितेन्द्र सिंह बघेल जनपद सदस्य वार्ड क्रमांक 12 ने मंगलवार के कलेक्टर को जनसुनवाई में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए बताया कि सीलादेही-नगझर मार्ग निर्माता ठेकेदार द्वारा बिना अनुमति भ अवैध उत्खनन कर करोड़ों रुपयों की राजस्व हानि पहुंचाने तथा आम रास्ते पर लम्बे चैड़े गडढे कर नागरिकों की जान खतरे में डाले जाने के संबंध में त्वरित कार्यवाही के संबंध आवेदन सौपा है आगे पीडित ने बताया कि जनपद पंचायत सिवनी के अंतर्गत सीलादेही से सिवनी नगर होते हुए नगद्वार तक करोड़ों रुपयों की गमत से सड़क निर्माण का कार्य में. रायसिंग एण्ड कंपनी बालाघाट द्वारा किया जा रहा है।
उक्त ठेकेदार कंपनी द्वारा इस सड़क निर्माण कार्य के लिए ग्राम पंचायत सीलादेही के ग्राम सीलादेही निन्त प्रसिद्ध वैष्णो माता मंदिर के पास में तथा इसी पंचायत के अंतर्गत सिद्ध शनि मंदिर बटवानी ग्राम में खनिज विभाग तथा ग्राम पचायत से बिना कोई अनुमति अथवा अनापत्ति लिए बगैर ही दोनों स्थानों से लगभग 15-1600 डम्पर मुरुम अवैध रूप से उत्खनन कर शासन को करोड़ों रुपए की रायल्टी एवं राजस्व की हानि पहुंचाई गई है। साथ ही भारी- भरकम जो लोडेड डम्परों से रात-दिन नियम विरुद्ध तरीके से मुरुम का परिवहन कर इन दोनों ग्रामों की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों का कचूमर निकाल दिया गया है जो कभी भी प्रत्यक्ष अवलोकन किया जा सकता है।
इसके अलावा दोनों ही स्थानों से सैकड़ों डम्पर मुरुम के अवैध उत्खनन के कारण उत्खनन स्थल पर सैकड़ों फीट लम्बे-चैडे तथा लगभग 30-40 फीट गहरे जानलेवा गडढे ऐसे ही खुले छोड़ दिए गए है जिससे लोगों की जान को खतरा उत्पन्न हो गया है। विदित हो कि उक्त दोनों ग्रामों में न केवल प्रसिद्ध धार्मिक स्थल स्थित है जहां प्रतिदिन बडी संख्या में आमजन दर्शनों के लिए आते है। साथ ही ग्राम बटवानी में नन्हें मुन्ने बच्चों का एक निजी स्कूल भी है जिससे कभी भी कोई अनहोनी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। यह भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय भी खुली अवहेलना है जिसमें बोरवेल अथवा उत्खनन आदि से जनितं गड्ढ़ों को पूरी तरह से ढकने और उसके आसपास सुरक्षित घेरा बनाने से संबंधित है। हाल ही में कुछ माह पहले जिला प्रशासन सिवनी द्वारा भी ऐसे गड्ढों बोरवेल्स व ढाकने / सुरक्षित घेरा लगाने के निर्देश जारी किए गए थे।
इस अतिमहत्वपूर्ण प्रकरण में तत्काल संज्ञान लेते हुए उपरोक्त बिन्दुओं पर अविलम्ब उच्च स्तरी सूक्ष्म जांच करवाए जाने तथा जांभ के दौरान मुझे भी अपने अभिभाष्एवं आवश्यक तथ्यों व प्रमाणों सहित उपस्थित रहने तथा तत्संबंधी सूचना पर्याप्त समय रहते मुझे भी दें। जिसकी प्रति शिकायतकर्ता द्वारा मुख्यमंत्री म.प्र. शासन भोपाल को भेजी जा रही है।