करोडो के पुल को बना दिया लाखो में,किया गया भारी भ्रष्टाचार
सिवनी – मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित लखनवाडा ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम फरैदा को जाने वाले रास्ते पर पडने वाले रास्ते पर गलत स्थल पर घटिया एवं गुणवता विहीन पुल निर्माण ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग (आर.ई.एस.) सिवनी के अंतर्गत विभागीय उपयंत्री विजय वर्मा एवं एसडीओ राजाराम सनोडिया द्वारा किसी ठेकेदार के माध्यम से पुल निर्माण कार्य करवाया गया है।
पुल गलत स्थल का चयन कर बनाया गया है
जहां पुल निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया गया है पुल का जिस स्थान पर निर्माण किया गया वह नियम निर्देशों का उल्लघन कर गलत स्थल का चयन कर बनाया गया है। अन्य बातो के अलावा इस पुल निर्माण का सबसे दुखद चिंतनीय व खतरनाक बिन्दु यह है कि इसे बिजली की हाई टेंशन के नीचे से होकर बनाया गया है इसके अलावा आप देख सकते है कि लगभग डेढ करोड की लागत से बनने वाले इस पुल में कितनी बडी हेरा – फेरी की गई होगी जिसे देखने से प्रतित होता है। सूत्र तो यह भी बताते है कि इस इस पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर एकदम गुणवत्ताविहीन निर्माण किया गया है जिस समय पुल का निर्माण किया जा रहा था तब प्रशासन को इस मामले के बारे में अवगत करा दिया गया था लेकिन प्रशासन ने इस दिशा में बिल्कुल ध्यान नही दिया।
पुल की गुणवत्ता भी संदेहास्पद और जांच किए जाने योग्य
इसके अलावा एक स्थानीय किसान की जमीन भी इस पुल के निर्माण में बिना किसी सक्षम प्रक्रिया के शामिल कर ली गई है जबकि संबंधित किसान का कहना है कि न तो उसकी जमीन आर.ई.एस विभाग द्वारा अधिगृहीत की गई और न ही उसे कोई सूचना आदि ही दी गई और न कोई मुआवजा ही दिया गया। हैरत की बात तो यह है कि उक्त दोनों अधिकारियों तथा ठेकेदार द्वारा अन्य और भी विभागीय निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं जिनकी गुणवत्ता भी संदेहास्पद और जांच किए जाने योग्य है। जहां व्यापक जनहित, शासनहित व न्यायहित में उक्त पुल निर्माण कार्य की सम्पूर्ण जांच अन्य किसी सक्षम विभाग से करवाई जाने के साथ ही इन अधिकारियों व ठेकेदार को सौंपे गए अन्य निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से रोका जा कर उक्त कार्य विभाग के ही अम्य कर्मठ व ईमानदार अधिकारियों/ठेकेदार को दिया जायें इस बात की जानकारी पूर्व में प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ,पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री म.प्र शासन भोपाल,मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिल्ला पंचायत सिवनी को भेजी जा चुकी है फिर भी किसी के कानो में जूं तक नही रेंग रही है।