टांय-टांय फिस्स हुआ 17-17 फिट पर अतिक्रमण अभियान

[ सिवनी ] छपारा – 3 साल पहले 23 मार्च 2022  को छपारा नगर परिषद के सभागार में तत्कालीन लखनादौन एसडीएम सिद्धार्थ जैन की उपस्थिति में गणमान्य नागरिकों तथा व्यापारियों की उपस्थिति में नगर के बस स्टैंड से लेकर चमारी तिराहे तक एकमात्र मुख्य मार्ग के दोनों ओर सर्वसम्मति से 17-17 फिट पर अतिक्रमण हटाने के लिए सहमति बनी थी। लेकिन 3 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग के चौड़ीकरण तथा दोनों ओर ड्रेनेज सिस्टम बनाए जाने की मुहिम पर कोई पहल नहीं हो पाई हैं। जिसके चलते यह मुख्य मार्ग धन्ना सेठों की पार्किंग में तब्दील हो गया हैं। वही आम नागरिकों और स्कूल आने जाने वाले छात्र-छात्राओं का इस मार्ग पर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया हैं।

वही आम नागरिकों और स्कूल आने जाने वाले छात्र-छात्राओं का इस मार्ग पर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया हैं।

उल्लेखनीय है कि छपारा नगर के बस स्टैंड से लेकर चमारी तिराहे तक एकमात्र मुख्य मार्ग हैं। उक्त मार्ग पर धन्ना सेठों के बड़े-बड़े आलीशान कांप्लेक्स और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की वजह से मुख्य मार्ग के बीचोबीच दोपहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग हो रही हैं। जिसके चलते इस मार्ग पर प्रतिदिन हर 10-15 मिनट में बड़े-बड़े जाम लग रहे हैं। इस पूरे मामले में एक अखबार ने कई बार प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर स्थानीय और जिला प्रशासन का ध्यानाकर्षण जनहित की दृष्टि से कराया था।

  3 साल पहले एसडीएम की मौजूदगी में बनी थी सहमति

बता दें किछपरा नगर के एकमात्र मुख्य मार्ग पर आए दिन यातायात के दबाव और लग रहे जाम को लेकर लखनादौन एसडीएम सिद्धार्थ जैन ने 23 मार्च 2022 को छपारा नगर परिषद के सभागार में गणमान्य नागरिकों तथा व्यापारियों सहित मीडिया की एक महत्वपूर्ण बैठक ली थी। जिसमें नगर के एकमात्र मुख्य मार्ग पर चमरिया नाले पर बने नवनिर्मित पुल की चौड़ाई बराबर यानी कि कुल 34 फीट रोड चौड़ीकरण पर सहमति बनी थी। इस तरह मेन रोड के दोनों तरफ सेंटर लाइन से 17-17 फीट छोड़कर अतिक्रमण हटाया जाना था। किंत 3 साल बीत जाने के बाद भी अतिक्रमण हटाए जाने की मुहिम टाय टाय फिस्स क्यों हो गई है इसका जवाब सक्षम अधिकारी देने से बच रहे हैैं।

सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा चल रही है कि आखिर किसका विकास हो रहा हैं

नगर के एकमात्र सबसे व्यस्ततम और भारी यातायात वाले मार्ग पर अब तो लोगों का पैदल चलना भी दूभर हो गया हैं। जनहित के इस पूरे मामले में भाजपा शासन नगर परिषद के मुखिया श्रीमती निशा पटेल और पार्षदों की चुप्पी समझ से परे हैं वहींचौक चौराहा सहित सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा चल रही है कि आखिर किसका विकास हो रहा हैं। वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले में विपक्ष के मुंह में दही क्यों जमा हुआ है यह समझ से परे हैं?। स्थानीय जनहित के ज्वलंत मुद्दों पर कभी भी कांग्रेस ने अपना विरोध उस तरह दर्ज नहीं कराया जिस तरह एक राष्ट्रीय पार्टी और विपक्ष में होने पर कराया जाना चाहिए था।

केवलारी विधायक ठाकुर रजनीश सिंह की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं

नगर के एकमात्र मुख्य मार्ग के दोनों तरफ अतिक्रमण हटाए जाने की कार्यवाही को ठंडे बस्ते में डालने को लेकर केवलारी विधायक ठाकुर रजनीश सिंह की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।  सवाल इस बात का है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान पर सिर्फ औपचारिकता क्यों की जा रही हैं। नगर के एकमात्र मुख्य मार्ग के दोनों तरफ नालियां पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं और उन पर धन्ना सेठों के आलीशान कांपलेक्स खड़े हुए हैं। नगर के इस मुख्य मार्ग पर भारी यातायात का दबाव सुबह से लेकर देर रात तक बना रहता हैं। नगर के बेहतर यातायात और मुख्य मार्ग के दोनों तरफ ड्रेनेज सिस्टम की अगर वर्तमान मे सही प्लानिंग अनुसार कार्य नहीं किया गया तो आने वाले समय पर इस मार्ग के और भी बुरे हालात होने वाले हैं।